
हरियाणा के सीनियर IAS अधिकारी अशोक खेमका की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से अशोक खेमका के खिलाफ अवमानना याचिका (contempt petition) दायर की गई है.
आरोप है कि अशोक खेमका की तरफ से फाइनेंशियल कमीशन रेवेन्यू की कोर्ट लगाई गई थी, जिसमें उनकी तरफ से हाईकोर्ट के वकील के खिलाफ गाली गलौज की गई और उसे अपमानित किया गया.
इस मामले को लेकर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का कहना है कि अशोक खेमका ने पूरे वकील समाज का अपमान किया है. इसी कारण पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने IAS अशोक खेमका के खिलाफ contempt petition डाली है.
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान संतोखविंदर ग्रेवाल ने कहा कि कुछ ही दिनों में इस याचिका की सुनवाई हरियाणा के एडवोकेट जनरल ऑफिस में होगी, वहां से मंजूरी मिलने के बाद हाई कोर्ट के जज के पास सुनवाई के लिए यह मामला चला जाएगा.
बता दें कि साल 1991 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी खेमका वर्तमान में अपने कैडर राज्य हरियाणा में प्रधान सचिव (अतिरिक्त सचिव स्तर) के रूप में कार्यरत हैं.
कार्मिक विभाग की वेबसाइट पर कार्यकारी रिकॉर्ड शीट के अनुसार, अशोक खेमका का सेवाकाल में अब तक 52 बार तबादला हो चुका है. खेमका तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने गुरुग्राम जिले के मानेसर में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के एक मुख्य प्लॉट के म्यूटेशन को रद्द कर दिया था.
हाल ही में एक विवाद की वजह से चर्चा में आए थे खेमका
हाल ही में दो सीनियर IAS अधिकारी अशोक खेमका और संजीव वर्मा से जुड़ा एक विवाद सामने आया था. इसमें गृह मंत्री अनिल विज ने खेमका का पक्ष लिया था और वर्मा के खिलाफ खुद शिकायत दर्ज कराई थी.
दरअसल, हरियाणा वेयर हाउस कॉरपोरेशन के एमडी वर्मा के खिलाफ खेमका ने पंचकूला पुलिस को एक शिकायती पत्र दिया था. हालांकि, जब केस दर्ज नहीं हुआ तो गृह मंत्री अनिल विज खुद पंचकूला के डीसीपी कार्यालय पहुंचे थे. उनके साथ अशोक खेमका भी थे. विज ने तुरंत केस दर्ज करने के आदेश दिए थे.