
हरियाणा के मानेसर लैंड स्कैम मामले में सुनवाई शुरू हो गई है. पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट में सोमवार को भी आरोपों पर बहस हो रही है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और अन्य आरोपी कोर्ट में पेश हुए हैं. इससे पहले पिछली सुनवाई के दौरान सभी आरोपियों के आरोपों पर बहस हो रही थी. अब इस मामले में अगली सुनवाई 16 जुलाई को होगी.
मानेसर लैंड फ्रॉड मामले में पूर्व मुख्यमंत्री पर मुकदमा दर्ज किया गया था जिसकी चार्जशीट भी दायर की जा चुकी है. मानेसर लैंड घोटाले में शिकायतकर्ता ओम प्रकाश यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 12 मार्च 2018 को फैसला सुनाया और 96 पेज नंबर पर कहा कि ढींगरा आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने पर हाइकोर्ट ने रोक लगाई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हाइकोर्ट को लिखा है कि ढींगरा आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी जाए.
इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा आरोपी बनाए गए हैं. 33 लोग हैं. बिल्डर और अफसर भी शामिल हैं. गुड़गांव के मानेसर लैंड स्कैम मामले में 15 सितंबर 2015 को एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसके बाद जांच में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व आईएएस अधिकारी तायल सहित 34 लोगों का नाम सामने आया था.
हरियाणा सरकार की ओर से 27 अगस्त 2004 और 25 अगस्त 2005 में लैंड एक्वीजिशन के तहत मानेसर के नौरंगपुर और लखनौला गांव में 912 एकड़ जमीन को एक्वायर किया गया था. मानेसर लैंड स्कैम मामले में पूर्व सीएम हुड्डा सहित 34 लोगों के खिलाफ फरवरी में चार्जशीट दाखिल की गई थी. गुड़गांव के मानेसर में उपरोक्त दो गांवों की जमीन एक्वायर करने के नाम पर प्राइवेट बिल्डरों को फायदा पहुंचाने का आरोप है.