
हरियाणा में बीजेपी के दिग्गज नेता अनिल विज की नाराजगी की खबरें आम हैं. ऐसे में पार्टी हाईकमान से लेकर नए मुख्यमंत्री तक मनाने की कोशिशें कर रहे हैं. इस बीच, सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी अंबाला पहुंचे और अनिल विज से मुलाकात की. उन्होंने विज को होली की शुभकामनाएं दीं. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गुलाल भी लगाया. इस मुलाकात के बाद खट्टर ने कहा, मैं चंडीगढ़ और पंचकूला में कई लोगों से मिला हूं. मैं अनिल विज से मिलने यहां (अंबाला) भी आया हूं.
बताते चलें कि हरियाणा की सियासत में दो हफ्ते पहले (12 मार्च) बड़ा उलटफेर देखने को मिला था. पहले बीजेपी और जेजेपी का अलायंस टूटा. उसके बाद मनोहर लाल खट्टर ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद नए मुख्यमंत्री के चयन की कवायद शुरू हुई. विधायक दल की बैठक में नए नेता के तौर पर प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को चुना गया. उससे पहले ही अनिल विज मीटिंग छोड़कर बाहर निकल आए और अपनी प्राइवेट कार से अंबाला चले गए. देर शाम शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा भी नहीं बने. विज को नए मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली, हालांकि कहा गया था कि उनका नाम मंत्रियों की शुरुआती सूची में था. बाद में खुद मनोहर लाल खट्टर ने विज के नाराज होने की खबरों पर मुहर लगाई थी. हालांकि, दो दिन बाद विज चंडीगढ़ पहुंचे और फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लिया. तब से उनको मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
'फैसला लेते वक्त लूप में नहीं रखने से नाराजगी?'
कहा जा रहा है कि विज इस बात से नाराज हैं कि पार्टी ने उन्हें खट्टर की जगह नए मुख्यमंत्री का चयन करते वक्त लूप में नहीं रखा. अब सोमवार को पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी अंबाला में विज से मुलाकात की और उन्हें होली त्योहार की शुभकामनाएं दीं. खट्टर चंडीगढ़ से करनाल जा रहे थे. वे विज के अंबाला छावनी स्थित आवास पर रुके. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया और होली की शुभकामनाएं दीं.
'हम लंबे समय तक सहयोगी रहे हैं'
विज से मुलाकात के बाद खट्टर ने कहा, मैं चंडीगढ़ से करनाल जा रहा था. मैं होली त्योहार के अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं देने आया था. हम लंबे समय तक कैबिनेट में सहयोगी रहे और मुलाकात के दौरान हमने कुछ पुरानी यादें साझा कीं. जब उनसे पूछा गया कि विज नाराज हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. खट्टर ने यह भी कहा कि वो नियमित अंतराल पर उनसे मिलते रहे हैं. राज्य में हालिया घटनाक्रम के बाद भी मेरी उनसे मुलाकात हुई. उन्होंने कहा, हमारी फोन पर भी बातचीत होती रही है.
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'मैं आशीर्वाद लेने आया हूं'
पांच दिन पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूर्व गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की थी. शुक्रवार को विज से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री सैनी ने कहा था, मैं यहां उनका आशीर्वाद लेने आया हूं. वो हमारे वरिष्ठ नेता हैं और उनके मार्गदर्शन में हमें हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतनी हैं.
'कभी-कभी जल्दी परेशान हो जाते हैं'
12 मार्च को सैनी के शपथ ग्रहण के दिन जब खट्टर से पूछा गया कि क्या विज का नाम उपमुख्यमंत्री पद की दौड़ में है तो उन्होंने कहा था, मंत्रियों को आज शपथ लेनी थी और उस सूची में उनका (विज का) नाम था. लेकिन वो नहीं आ सके. यह पूछे जाने पर कि क्या विज नाराज हैं तो खट्टर ने कहा था, अनिल विज हमारे वरिष्ठ सहयोगी हैं. वो कभी-कभी जल्दी परेशान हो जाते हैं. बाद में सामान्य हो जाते हैं. उन्होंने कहा, पहले भी ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जब विज किसी बात पर नाराज हो गए लेकिन बाद में चीजें सामान्य हो गईं.
'मेरे लिए चौंकाने वाला था नए सीएम का फैसला'
इससे पहले 16 मार्च को पत्रकारों से बातचीत में विज ने कहा था, यह मेरी जानकारी में नहीं था कि हमारे राज्य के मुख्यमंत्री को बदला जा रहा है. यह मेरे लिए एक चौंकाने वाली बात थी कि मुख्यमंत्री को बदला जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा था कि नई कैबिनेट के शपथ ग्रहण के बाद किसी ने भी उनसे बात नहीं की. मुझे किसी ने मनाने की भी कोशिश नहीं की. विज ने कहा था, वो बीजेपी के भक्त हैं और परिस्थितियां बदली रहती है. उन्होंने यह भी कहा था कि वो अपनी पार्टी बीजेपी के लिए और भी ज्यादा काम करेंगे.
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'मुझसे किसी ने बात नहीं की'
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें कोई मनाने आया? अनिल विज ने कहा, नहीं, मैं तो रूठा ही नहीं हूं. विज ने कहा, शपथ ग्रहण के बाद उनसे किसी ने भी बात नहीं की, जबकि उन्होंने कहा कि विधानसभा का सेशन भी अटेंड किया है. उन्होंने कहा कि सारे मौजूद थे लेकिन मेरे साथ किसी ने बात नहीं की है.
'नायब सिंह मेरा छोटा भाई'
अनिल विज ने कहा था, 'जो कर रहे हैं अच्छा ही कर रहे हैं. अच्छी सरकार चलाएंगे. नायब सिंह सैनी हमारा छोटा भाई है और हमें उम्मीद है कि वह बेहतरीन काम करेंगे.' आगामी लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन टूट गया है और नायब सिंह सैनी की अगुवाई में यहां नई सरकार का गठन किया गया है. अनिल विज मनोहरलाल खट्टर कैबिनेट का हिस्सा थे और वह गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
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अनिल विज का 2014 में कटा था पत्ता
अनिल विज के बारे में कहा जाता है कि 2014 में वह मुख्यमंत्री पद की रेस में थे लेकिन कथित रूप से पार्टी ने उनका पत्ता काट दिया था. उनकी जगह पहली बार विधायक चुने जाने वाले मनोहरलाल खट्टर को मुख्यमंत्री चुना गया था. अनिल विज की नाराजगी तब खुलकर सामने आ गई, जब वह हरियाणा निवास में विधायकों की मीटिंग बीच में ही छोड़कर निकल गए. उसी दिन शाम को नई कैबिनेट का शपथग्रहण हुआ, लेकिन विज वहां नजर नहीं आए.