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सुनियोजित था नूंह में साइबर थाने पर हमला, फ्रॉड के सबूत मिटाना चाहते थे उपद्रवी, पुलिस का बड़ा खुलासा

हरियाणा सरकार ने कहा है कि साइबर पुलिस थाने पर किया गया हमला सुनियोजित था. हरियाणा पुलिस का दावा है कि यह हमला अप्रैल माह में साइबर अपराधियों पर हुई छापेमारी के बाद जुटाए गए सबूतों को मिटाने के लिए किया गया था.

नूंह हिंसा के बाद पुलिस के अलावा आरपीएफ को भी किया गया है तैनात (Photo- PTI) नूंह हिंसा के बाद पुलिस के अलावा आरपीएफ को भी किया गया है तैनात (Photo- PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 4:30 PM IST

हरियाणा नूंह में हुई हिंसा को लेकर हरियाणा सरकार ने बड़ी बात कही है. सरकार के मुताबिक, नंह के साइबर पुलिस थाने पर किया गया हमला सुनियोजित था जिसका उद्देश्य अप्रैल माह में साइबर अपराधियों पर हुई छापेमारी के बाद जुटाए गए सबूतों को नष्ट करना था.

31 जुलाई को नूंह में भड़की हिंसा के दौरान साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को निशाना बनाया गया था. भीड़ द्वारा विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश के बाद भड़की सांप्रदायिक झड़प में दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई और बाद में यह हिंसा गुरुग्राम तक फैल गई. सरकार ने एक बयान में कहा, पिछले कुछ दिनों में नूंह में हुई हिंसा की आड़ में छापेमारी के दौरान जुटाए गए सबूतों को नष्ट करने की कोशिश की गई और साइबर पुलिस स्टेशन पर हमला किया गया.

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थाने में थे अहम सबूत

 इसमें कहा गया है कि भारी धोखाधड़ी और अन्य अपराधों से संबंधित दस्तावेज पुलिस स्टेशन में रखे गए थे. हरियाणा पुलिस ने अप्रैल में अपनी तरह की अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी में करीब 100 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी का खुलासा किया था. कार्रवाई के तहत नूंह के 14 गांवों में फैले साइबर अपराधियों के 320 ठिकानों पर छापेमारी की गई और 65 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा 66 मोबाइल फोन और कई फर्जी दस्तावेज जब्त किए गए.

गृह मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को कहा था कि हरियाणा सरकार ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर हमले को बहुत गंभीरता से लिया है. उन्होंने यह भी कहा था कि नूंह भारत के साइबर अपराध केंद्र के रूप में कुख्यात झारखंड का नया जामताड़ा जिला बन रहा है, जब साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की गई थी.

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8 आरोपी राजस्थान से अरेस्ट

इस बीच राजस्थान से नूंह पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं. आरोपी मेवात से सटे राजस्थान के जिलों के रहने वाले हैं. हरियाणा से सटे राजस्थान के इलाकों में हरियाणा पुलिस की रेड अभी भी जारी है. नूह पुलिस के सीनियर अधिकारियों के मुताबिक, हरियाणा से सटे राजस्थान के इलाकों के लोग पूरी प्लानिंग के साथ नूंह जिले में दाखिल हुए थे.

इन लोगों ने सबसे पहले नूह जिले के बड़कली इलाके में दंगा और आगजनी शुरू की थी. बड़कली से दो किलोमीटर आगे भदास इलाके में शक्ति सिंह की हत्या की गई थी. आपको बता दें कि नूंह हिंसा में सरकार की सख्ती जारी है. जिस होटल से पत्थरबाजी उसे बुलडोजर ने जमींदोज कर दिया है और अब तक 600 से ज्यादा अवैध निर्माण ध्वस्त किए जा चुके हैं.

नूंह हिंसा को लेकर 100 से ज्यादा केस 

हरियाणा के नूंह जिले में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद प्रशासन हालात सामान्य करने की कोशिश में जुटा है. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाहों को रोकने के लिए हिंसा के बाद से ही इंटरनेट बंद है. प्रशासन ने पहले 5 अगस्त तक जिले में इंटरनेट बंद करने का ऐलान किया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 8 अगस्त तक कर दिया गया है. 

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बता दें कि हरियाणा के नूंह में सोमवार को विश्‍व हिंदू परिषद (VHP) और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की ओर से निकाली जा रही बृजमंडल यात्रा के दौरान बवाल हो गया था. हिंसा के दौरान दो होमगार्ड और चार आम लोगों की मौत हो गई थी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया था कि इस मामले में 102 केस दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. नूंह हिंसा की जांच के लिए एसटीएफ की 8 और एसआईटी की 3 टीमें बनाई गई हैं.   

 

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