
हरियाणा में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है. पुलिस ने बताया कि यमुनानगर जिले में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हुई है, वहीं पड़ोसी जिले अंबाला में 2 लोगों की मौत की खबर है.
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को यमुनानगर से तीन और मौतों की सूचना मिली है. अब तक यमुनानगर के मंडेबरी, पंजेटो का माजरा, फूसगढ़ और सारन गांवों में मौतें हो चुकी हैं.
पुलिस ने कहा कि गुरुवार को अंबाला में जिन 2 लोगों की मौत हुई, वे उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूर थे. उन्होंने संदिग्ध नकली शराब का सेवन किया था, जो अंबाला जिले में अवैध रूप से तैयार की गई थी. दोनों अंबाला के एक गांव में किराए के मकान में रहते थे और यहां एक फैक्ट्री में काम करते थे.
अंबाला के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब शराब पीने से मजदूरों की हालत गंभीर हो गई, तो उन्हें मुलाना के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने शुक्रवार को दम तोड़ दिया.
अंबाला में पुलिस ने कहा कि लगभग 200 पेटी नकली शराब एक अवैध फैक्ट्री में तैयार की गई थी और यमुनानगर में गिरफ्तार किए गए कुछ आरोपियों को आपूर्ति की गई थी. उन्होंने मौके से 14 खाली ड्रम और अवैध शराब बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री जब्त की है.
पुलिस ने कहा कि वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आरोपियों ने शराब बनाना कब शुरू किया और इसके निर्माण में कौन शामिल थे. यमुनानगर पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. मुलाना SHO सुरेंद्र ने गुरुवार को कहा था कि अंबाला में अवैध रूप से शराब बनाने के आरोप में दो अन्य को गिरफ्तार किया गया है.
वहीं, विपक्षी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और इंडियन नेशनल लोक दल ने जहरीली शराब से मौतों पर मनोहर लाल खट्टर सरकार की आलोचना की है और कहा है कि वह अतीत में ऐसी घटनाओं से सबक सीखने में विफल रही है.