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रामरहीम की संपत्ति जब्त करने का आदेश, कार्रवाई से और भड़केगी हिंसा, जानिए क्यों?

लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर राज्य सरकार चारों खाने चित्त दिखाई दे रही है. हरियाणा में फैली आग पंजाब में और तेजी से फैलती नजर आ रही है. साथ ही दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी हिंसा भड़क उठी है. सीधे-सीधे तौर पर चार राज्य प्रभावित दिख रहे हैं. 25 लोगों के मरने की खबर है और 200 से ज्यादा लोग घायल हैं.

हरियाणा और पंजाब में डेरा समर्थकों की हिंसा हरियाणा और पंजाब में डेरा समर्थकों की हिंसा
नंदलाल शर्मा
  • नई दिल्ली ,
  • 25 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 7:15 PM IST

पंजाब और हरियाणा में डेरा समर्थकों की हिंसा को देखते हुए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने गुरमीत राम रहीम की संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया है. ऐसे में एक बार फिर गुरमीत राम रहीम के डेरा वाले इलाकों में हिंसा भड़कने की आशंका बढ़ गई है. लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर राज्य सरकार चारों खाने चित्त दिखाई दे रही है. हरियाणा में फैली आग पंजाब में और तेजी से फैलती नजर आ रही है. साथ ही दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी हिंसा भड़क उठी है. सीधे-सीधे तौर पर चार राज्य प्रभावित दिख रहे हैं. 25 लोगों के मरने की खबर है और 200 से ज्यादा लोग घायल हैं.

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डेरे की बनावट न तो होटल जैसी होती है और न ही पार्क जैसी की गए और जब्त कर लिया. डेरे जैसे ठिकाने बड़ी संपत्तियां हैं और इनमें सैकड़ों की तादाद में लोग रहते हैं. उनका खाना पीना और दैनिक खर्चा उससे जुड़ा हुआ है. वहां पर जो कुटीर उद्योग चल रहा है. उसका अलग सेटअप है. इंफ्रास्ट्रक्चर है. उससे उनका जीवन चल रहा है. संपत्तियां जब्त होने के बाद जिन लोगों का जीवन उससे जुड़ा हुआ है. जिनका लाइवलीवुड रामरहीम की संपत्तियों से जुड़ा है, जिन्होंने बाबा के साथ मिलकर उसे खड़ा किया है. ऐसे में संपत्ति जब्त करने की राज्य सरकार की कार्रवाई से हजारों लोगों में भयंकर असंतोष भड़क सकता है.

ये राज्य सरकार के लिए बहुत मुश्किल होगा कि वो राज्य सरकार के इस आदेश को जमीन पर लागू कर सके. क्योंकि संपत्ति जब्त करने का काम राज्य सरकार को करना है. ऐसे में जब राज्य सरकार कोर्ट के फैसले को लागू करने की कोशिश करेगी तो उसे किन मुश्किलों को सामना करना होगा ये कोई नहीं जानता. स्थिति पहले से ही चिंताजनक है और कोर्ट लगातार तल्खी दिखा रहा है.

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कोर्ट ने हरियाणा के डीजीपी को जमकर सुनाया है कि आपने पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए. डेरा समर्थकों को इकट्ठा क्यों होने दिया. धारा 144 होने के बावजूद हिंसा कैसे हुई. ऐसे में रामरहीम के लिए किसी राहत की उम्मीद नहीं दिखती है.

ऐसे में आगे की कार्रवाई के दौरान हालात इतने बदतर हो सकते हैं कि अभी जो आक्रोश दिख रहा है वो खुले में है. सामने दिख रहा है. चाहे वो कोर्ट के बाहर हो या चौराहों पर, लेकिन जब राज्य सरकार डेरों की संपत्तियां जब्त करने जाएगी तो उसे वहां पर अलग चुनौतियों को सामना करना पड़ेगा. क्योंकि उनकी जिंदगी उन्हीं डेरों से जुड़ी हुई है. ऐसे में जो प्रतिरोध और आक्रोश उभरकर आएगा वो बिल्कुल अलग होगा. तब वे नहीं देखेंगे कि कोर्ट का आदेश क्या है और सामने मीडिया या फोर्स.

देखना होगा कि कोर्ट के फैसले के बाद राज्य सरकार संपत्ति जब्त करने काम कब शुरू करती है.

गुरमीत रामरहीम की संपत्ति

- सिरसा में लगभग 700 एकड़ खेती की जमीन

- तीन अस्पताल, एक इंटरनेशनल आई बैंक

- गैस स्टेशन, मार्केट कॉम्प्लेक्स

- दुनिया में करीब 250 आश्रम

- 25 लाख से ज्यादा अनुयायी

- रामरहीम के पास अपने सुरक्षा कर्मी, महिला कमांडो भी हैं.

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रामपाल को गिरफ्तार करने के दौरान हुई हिंसा

ज्ञात रहे कि हरियाणा में रामरहीम की तरह रामपाल के एक डेरे को खाली करवाने में हरियाणा प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे. हिसार के बरवाला में हरियाणा पुलिस ने कार्रवाई की थी, जिसमें रामपाल समर्थकों के साथ पुलिस की हिंसक झड़प हुई थी. पुलिस के लिए अभियान बहुत मुश्किल था क्योंकि सुरक्षा बलों को रामपाल के कमांडों के विरोध का सामना करना पड़ा। आश्रम में रामपाल के समर्थकों को महिलाओं और बच्चों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया गया. इन लोगों ने शिकायत की थी उन्हें आश्रम में जबरदस्ती रखा गया था और दरवाजे बंद कर दिए गए थे. रामपाल के पास अपने निजी कमांडो थे.

 

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