
हरियाणा में जाट आंदोलन की आग अब धीर-धीरे ही सही बुझने लगी है. अच्छी खबर सांपला से आई है, जहां प्रदर्शनकारियों ने जाट आंदोलन वापस लेने का ऐलान कर दिया है. लेकिन दुर्भाग्य यह भी कि इस हिंसक आंदोलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है. खास बात यह है कि सांपला से ही आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन की शुरुआत हुई थी, वहीं इन सब के बीच सियासी दांवपेच की शुरुआत भी हो गई है क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है.
इससे पहले सोमवार दोपहर बाद राज्य सरकार ने कैबिनेट की आपात बैठक की. इसी बैठक में सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए अनिल विज ने इस्तीफा देने की पेशकश कर दी. हालांकि सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अलग से उन्हें मिलने बुलाया है और समझा जा रहा है कि उनका इस्तीफा रोक लिया जाएगा.
बाकी हिस्सों में नहीं बुझी है आंदोलन की आग
राज्य के बाकी हिस्सों में बीते नौ दिन से जारी जाट आरक्षण आंदोलन की आग बुझती नहीं दिख रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय अभी भी राज्य में हालात को पूरी तरह काबू
नहीं मान रही है. मंत्रालय का मानना है कि लगातार बदल रहे हालात में कुछ भी पक्के तौर पर कह पाना मुश्किल है. केंद्रीय गृह सचिव ने सोमवार को प्रदेश के आला अधिकारियों से हालात और मसले पर बातचीत की है.
कर्फ्यू में हल्की ढील
हिसार, भिवानी, झज्जर और जींद में लगे कर्फ्यू को बरकरार रखा गया है. वहीं बड़वाला और हांसी में कर्फ्यू हटा दिया गया है. इन दोनों जगहों पर फिलहाल धारा 144 लगा दी गई है. पानीपत में 25 फरवरी तक सारे स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है.
अब तक 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान
प्रदेश के मंत्री रामविलास शर्मा ने बताया कि आंदोलन के दौरान अब तक 19 जानें जा चुकी हैं. इस दौरान 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है. उन्होंने
बताया कि हिसार में कर्फ्यू के दौरान शूट एट साइट का ऑर्डर दिया गया है. प्रशासनिक कोशिशों से दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-जयपुर रेलवे लाइन पर से आंदोलनकारियों का कब्जा हटाया जा चुका है.
हुड्डा के पीए को नोटिस
इसके पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने पूर्व मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा के पीए को नोटिस भेजकर तीन दिन में जबाव मांगा है. हुड्डा के पीए पर आंदोलन में हिंसा भड़काने का आरोप है.
एनएच-1 पर सेना से भिड़े ग्रामीण
प्रदेश में शांति बहाल करने के लिए गृह सचिव ने दिशा निर्देश करते हुए एनएच-1 को खोलना सबसे जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि पारा मिलिट्री की 65 कंपनिया जमीन
पर तैनात है. वहीं कई जगह सेना की टुकड़ियां भी उतारी जा चुकी हैं. एनएच-1 पर सोनीपत के लडसोली गांव में ग्रामीणों और सेना के जवानों में भिड़ंत हो गई. इसके
बाद चली गोलबारी में कई लोग घायल हो गए. इसके बाद प्रदर्शनकारियों में अधिक उत्तेजना फैल गई.
दिल्ली के जल संकट का 35 फीसदी समाधान
इस बीच दिल्ली में गहराते जल संकट की 35 फीसदी का समाधान निकाला जा चुका है. हरियाणा में आंदोलनकारियों ने जो नहर रोके थे, उनमें से एक को फिर से खोला
गया है. गडबिंदरोली नहर का रिपेयर कर उसे चला दिया गया है. मुनक नहर के फाटकों को थोड़ा नुकसान पहुंचाया गया है. इसको एक-दो दिन में ठीक कर चालू कर दिया
जाएगा. खबरू नहर को भी नुकसान पहुंचाया गया है.
सीआरपीएफ की 47 कंपनी तैनात
सीआरपीएफ के डीजी प्रकास मिश्रा ने रोहतक और झज्जर में सबसे ज्यादा असर है. हमने 47 कंपनियां यहां तैनात की है. 6 अतिरिक्त कंपनी भी जम्मू से रवाना हो चुकी
है. सबसे पहले सड़क पर से जाम हटाया जा रहा है. मिश्रा ने पंपोर मुठभेड़ के बारे में भी जानकारी दी.
बीजेपी और प्रदर्शनकारियों में फॉर्मूले पर टकराव
इसके पहले हरियाणा सरकार ने जाटों को आरक्षण देने का पक्का भरोसा दिलाया है. बीजेपी के राज्य प्रभारी अनुल जैन ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद यह
बात कही. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू की अध्यक्षता में बनी इस मामले की कमिटी आरक्षण का फॉर्मूला तय करेगी. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक ठोस फॉर्मूला
नहीं बनाया जाएगा, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे.