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पराली न जलाने के बदले हवाई सफर का ऑफर, बच्चन से मुलाकात का वादा

सरपंच सोमेश ने बताया कि पंचायत द्वारा स्वच्छता को लेकर भी वर्ष 2016 और 2017 में अभियान शुरू किया था. अभियान में सहयोग करने वाले महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं को दिल्ली के मुगल गार्डन, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, अक्षरधाम और इंडिया गेट का भ्रमण करवाया गया था.

पराली जलाता किसान (फोटो- रॉयटर्स) पराली जलाता किसान (फोटो- रॉयटर्स)
अनुग्रह मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 30 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 11:36 PM IST

देश में पराली से फैल रहे प्रदूषण के खतरे को रोकने के लिए चरखी दादरी के गांव घिकाड़ा की पंचायत ने विशेष पहल की है. गांव की पंचायत पराली नहीं जलाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए पंचायत का साथ देने वाले किसानों को हवाई सफर कराएगी. इसके लिए पंचायत द्वारा कृषि विभाग के अधिकारियों से मिलकर पर्यावरण संरक्षण, पराली नहीं जलाने के लिए अभियान चलाया जाएगा.

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पराली नहीं जलाने के लिए पंचायत और कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों को शपथ दिलाई. साथ ही निर्णय लिया कि अभियान को सफल बनाने वाले किसानों को सरकार और विभाग के आला अधिकारियों द्वारा विशेष रूप से सम्मानित भी किया जाएगा.

सरपंच सोमेश ने बताया कि पंचायत द्वारा स्वच्छता को लेकर भी वर्ष 2016 और 2017 में अभियान शुरू किया था. अभियान में सहयोग करने वाले महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं को दिल्ली के मुगल गार्डन, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, अक्षरधाम और इंडिया गेट का भ्रमण करवाया गया था. इसी प्रकार साल इस वर्ष स्वच्छता को लेकर बेहतर काम करने वाले 250 ग्रामीणों को अग्रोहा धाम और भिवानी के गुप्तचर विभाग कार्यालय का भ्रमण करवाया.

सरपंच सोमेश ने कहा कि पंचायत की शामलात भूमि से कब्जा हटवाने में सहयोग करने वाले ग्रामीणों को मुंबई की हवाई यात्रा भी करवाई जाएगी. गांव में जो ग्रामीण स्वयं अवैध कब्जे हटाएंगे उन्हें बॉलीवाड अभिनेता अमिताभ बच्चन, आमिर खान, सलमान खान, राज्यसभा सदस्य डा. सुभाष चंद्रा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि इस कार्य में वह अपने छोटे भाई की मदद लेंगे जो इस समय कई नामचीन टीवी सीरियल में काम कर रहा है.

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पिछले 24 घंटे में खूब जली पराली

केंद्र संचालित ‘सिस्टम आफ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च’ (एसएएफएआर) ने वायु गुणवत्ता में आई भारी गिरावट के लिए पिछले 24 घंटे में काफी मात्रा में पराली जलाने और हवा के ठहरे रहने को जिम्मेदार ठहराया है. एसएएफएआर के अधिकारियों ने कहा कि वायु में पीएम 2.5 से करीब 28 प्रतिशत प्रदूषण पराली जलाने जैसे क्षेत्रीय कारकों के चलते हुआ है. इंडियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी (आईआईटीएम) ने उपग्रह से ली गई तस्वीरों में दिल्ली के आसपास के राज्यों में कई स्थानों पर आग लगी देखी गई है.

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