
हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ लगे महिला कोच के साथ छेड़छाड़ के आरोप का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. अब प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुधा भारद्वाज इस मामले को लेकर राज्य महिला आयोग (HSCW) पहुंची हैं. उन्होंने इस मामले के संबंध में ज्ञापन सौंपते हुए कई गंभीर सवाल दागे हैं.
HSCW की अध्यक्ष रेणु भाटिया को सौंपे ज्ञापन में सुधा भारद्वाज ने इस केस में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है. ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि पंचकुला में महिला कोच से खेलमंत्री की छेड़छाड़ के मामले में महिला आयोग पर अब तक पीड़िता से संपर्क न करने का आरोप लगा है, जो खुद महिला कोच ने लगाया है.
सुधा भारद्वाज के मुताबिक महिला कोच ने यह भी आरोप लगाया कि उसने कई बार महिला आयोग को शिकायती मेल भेजा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. सुधा भारद्वाज ने कहा कि महिला आयोग को इस मामले में स्वत: संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए थी. जो अब तक नहीं किया गया.
बता दें कि हरियाणा खेल विभाग में जूनियर लेवल कोच पीड़िता ने चंडीगढ़ के एसपी को दी शिकायत में दावा किया है कि मंत्री संदीप सिंह 11 महीने से सोशल मीडिया पर उसकी एक्टिविटीज पर नजर रख रहे थे. पीड़िता का दावा है कि सोशल मीडिया पर बातचीत इस साल फरवरी में शुरू हुई. मंत्री ने पीड़िता को 1 जुलाई 2022 को स्नैपचैट पर कॉल किया और दस्तावेज सत्यापन के लिए अपने आवास पर आने को कहा.
मंत्री के आदेश पर महिला कोच चंडीगढ़ के सेक्टर 7 में स्थित उनके आधिकारिक आवास पर उनसे मिलने पहुंची. दावे के मुताबिक यहां मंत्री ने उसके साथ रेप करने की कोशिश की. विरोध करने पर मंत्री ने उसकी टी-शर्ट फाड़ दी गई. दरवाजे की कुंडी न लगी होने के चलते वह भागने में सफल रही. पीड़िता का कहना है कि मंत्री ने उसे गलत तरह से छुआ. उन्होंने पीड़िता से कहा कि वह उनका सेक्सुअल फेवर करती है तो वह उसका इंस्टाग्राम अकाउंट वैरिफाइड करने में मदद करेंगे.
पीड़िता ने अपनी शिकायत में दावा किया कि मंत्री ने उससे कहा था कि दूसरी महिला खिलाड़ियों ने उन्हें कभी न नहीं कहा. आरोप के मुताबिक मंत्री कथित तौर पर पीड़िता से चैट करने के लिए वैनिश मोड का इस्तेमाल कर रहे थे. चैट खत्म होने के बाद दोनों के बीच हुए मैसेज गायब हो गए. पीड़िता ने आजतक से बात करते हुए स्पष्ट दावा किया था कि उसने सीएमओ, डीजीपी और गृह मंत्री के संज्ञान में भी केस लाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.