
हरियाणा और पंजाब के बीच सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर विवाद मामला एक बार फिर गरमा गया है. इस बार पंजाब और हरियाणा के आम आदमी पार्टी के नेता ही आमने-सामने आ गए हैं. दोनों नेताओं के अलग-अलग बयानों ने पार्टी की ही मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बुधवार को हरियाणा के AAP नेता सुशील गुप्ता के बयान के बाद पंजाब की AAP सरकार में वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने बिल्कुल उलट बयान दे दिया. गुप्ता ने कहा कि साल 2025 तक हरियाणा के सभी खेतों में SYL के पानी से सिंचाई होगी. इस बयान को लेकर पंजाब में शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस, पंजाब लोक कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
बता दें कि सुशील गुप्ता आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य हैं और हरियाणा के पार्टी प्रभारी भी हैं. गुप्ता के बयान के बाद पंजाब में विपक्ष ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से स्थिति स्पष्ट करने को कहा.
पंजाब सरकार की ओर से वित्त मंत्री हरपाल चीमा सामने आए और सीधे शब्दों में कह दिया कि पंजाब सरकार किसी भी हाल में SYL के जरिए पंजाब का एक बूंद पानी किसी दूसरे राज्य को नहीं देगी. हालांकि, उन्होंने हरियाणा में सुशील गुप्ता के बयान को लेकर कुछ नहीं कहा, लेकिन विपक्षी पार्टियों को याद दिलाया कि SYL का मुद्दा उनकी सरकारों के कार्यकाल के दौरान ही सामने आया, जिस पर अब तक विवाद जारी है.
केजरीवाल की बोली बोल रहे गुप्ता: दलजीत
लेकिन, पंजाब में वित्त मंत्री हरपाल चीमा की सफाई कुछ काम नहीं आई और हरियाणा में AAP नेताओं द्वारा अलग बयान देने और पंजाब में इससे उलट बयान देने को लेकर कांग्रेस और अकाली दल ने पंजाब सरकार को निशाने पर ले लिया. कांग्रेस के विधानसभा के नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने SYL के मुद्दे पर ऑल पार्टी मीटिंग बुलाने की मांग कर दी. शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सुशील गुप्ता हरियाणा की जनता को SYL का पानी पंजाब से हरियाणा में लाकर देने की गारंटी दे रहे हैं. वो दरअसल अरविंद केजरीवाल की बोली बोल रहे हैं और इससे साफ है कि पंजाब में पानी के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी का रुख कुछ और है, जबकि हरियाणा में सत्ता हासिल करने के लिए वो अलग बात कर रहे हैं. ऐसे में सीएम भगवंत मान को खुद सामने आकर इस पूरे मामले पर स्थिति क्लियर करनी चाहिए.
पंजाब में जीत के बाद हरियाणा में भी चुनाव लड़ेगी AAP
बता दें कि SYL का मुद्दा दशकों से लटका हुआ है. सुप्रीम कोर्ट में मामला होने के बावजूद तमाम राजनीतिक पार्टियां बयानबाजी कर माहौल गरमा देती हैं. पंजाब और हरियाणा में राजनीतिक दल अपने-अपने फायदे के हिसाब से अलग-अलग बयानबाजी करते आए हैं. इस बार पंजाब में सत्ता आम आदमी पार्टी के पास है और AAP पंजाब में सरकार बनाने के बाद हरियाणा में भी मजबूती के साथ 2024 विधानसभा चुनाव में उतरने का दम भर रही है. इसी वजह से SYL के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियां AAP को पंजाब और हरियाणा दोनों ही प्रदेशों में घेरने में लगी हुई हैं.
पंजाब में पानी का संकट, AAP नेता चुप क्यों?
पंजाब कांग्रेस के विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा और उप नेता राजकुमार चब्बेवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में AAP सरकार की घेराबंदी की. बाजवा ने कहा कि सुशील गुप्ता के बयान पर इन तथाकथित AAP पंजाब के नेताओं ने कोई बयान नहीं दिया है. हमारे पास (पंजाब) पानी की एक बूंद भी नहीं बची है. पंजाब में जलस्तर पहले से ही नीचे जा रहा है.
पंजाब में प्रॉक्सी सरकार चला रहे मान
बाजवा ने मुफ्त बिजली इकाइयों पर आप की गारंटी पर भी सवाल किया. कहा- इस संबंध में कोई अधिसूचना नहीं है. AAP बिजली पर श्वेत पत्र जारी करे. पंजाब के लोगों ने AAP को पूर्ण बहुमत दिया है और भगवंत मान एक प्रॉक्सी सरकार चला रहे हैं जो केजरीवाल और राघव चड्ढा से आदेश ले रही है. उनके निर्देश के बाद सभी फाइलें क्लियर हो जाती हैं.