हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले की दुर्गम चौहार घाटी में 6 से 7 जगह पहाड़ी से साफ दूधनुमा तरल निकल रहा है. ये इतना साफ है कि बहते हुए कुछ दूरी पर दही का रूप भी ले रहा है. चौहार घाटी के लोग हमेशा अपनी आस्था घाटी के आराध्य देव हुरंगु नारायण के साथ रखते हैं. उनके लिए ऐसा दृश्य किसी चमत्कार से कम नहीं दिख रहा. (मंडी से परी शर्मा की रिपोर्ट)
चौहार घाटी में रोपा पंचायत के दाड़ू गांव के स्थानीय लोग इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं.
घाटी के लोगों में इस चमत्कार की सूचना आग की तरह फैल रही है. लोग वहां जाकर दर्शन कर रहे हैं.
इस गांव से कुछ दूर एक महादेव का स्थान भी है. वहां पर भी एक दूसरी पहाड़ी के अंदर छोटे-छोटे गड्ढे बने हुए हैं. उन गड्ढों के भीतर जब हाथ डाला जाता था तो महिलाओं के स्तन बने हुए हैं. वहां से बहुत पहले ऐसा ही दूधिया तरल निकलता रहता था.
उस जगह बहुत पहले से पूजापाठ भी किया जाता है. खीर के भंडारे भी लोग लगाते रहते हैं.
अब महादेव मंदिर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर दाड़ू गांव के साथ बिल्कुल साफ दूधिया तरल का बहाव 6 से 7 जगह निकल रहा है.
पहाड़ी से दूध निकलते हुए निचले रोपा गांव के एक व्यक्ति ने 5 साल पहले भी देखा था. उस वक्त व्यक्ति ने उस दूध के बहाव को हल्के में लिया था.
आजकल बरसात में कुछ लोग रोपा खड़ में जाल के साथ मछली पकड़ने गए हुए थे. मछली पकड़ने वाले दोनों व्यक्तियों की नजर जब वहां पर पड़ी तो उन्होंने नजदीक जाकर सारा दृश्य देखा और लोगों को भी उसकी जानकारी दी.