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दिल्ली से शिमला जा रही फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग, हिमाचल के डिप्टी CM और DGP भी थे सवार

पायलट ने सोमवार सुबह शिमला एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान विमान के ब्रेक में तकनीकी खराबी की सूचना दी. विमान की आधे रनवे पर ही इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. इमरजेंसी ब्रेक लगाने से पहली पायलट ने यात्रियों को अलर्ट किया था.

दिल्ली से शिमला जा रही एलायंस एयर की फ्लाइट की तकनीकी खराबी के कारण करानी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग. (PTI/File Photo) दिल्ली से शिमला जा रही एलायंस एयर की फ्लाइट की तकनीकी खराबी के कारण करानी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग. (PTI/File Photo)
कमलजीत संधू
  • शिमला,
  • 24 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 2:32 PM IST

एलायंस एयर की दिल्ली-शिमला फ्लाइट की सोमवार को तकनीकी खराबी के कारण शिमला के जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. इस विमान में हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और डीजीपी अतुल वर्मा समेत 44 यात्री सवार थे. शिमला एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि इमरजेंसी लैंडिंग सेफ रही और सभी यात्री सुरक्षित हैं. 

​एयरपोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने एक बयान में कहा,'दिल्ली से शिमला जा रही एलायंस एयर की फ्लाइट-91821 के पायलट ने सोमवार सुबह शिमला एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान विमान के ब्रेक में तकनीकी खराबी की सूचना दी. विमान की आधे रनवे पर ही इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. इमरजेंसी ब्रेक लगाने से पहली पायलट ने यात्रियों को अलर्ट किया था. इमरजेंसी लैंडिंग के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित विमान से उतारा गया. विमान को जांच-पड़ताल पूरी होने तक ग्राउंडेड कर दिया गया है.'

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यह भी पढ़ें: एयर इंडिया फ्लाइट में पैसेंजर की मौत... लखनऊ में लैंडिंग के बाद जब सीट से नहीं उठा, तब हुआ खुलासा

शिमला से धर्मशाला की फ्लाइट भी करनी पड़ी रद्द

एयरलाइन को शिमला से धर्मशाला की फ्लाइट भी रद्द करनी पड़ी. एलायंस एयर का यह विमान दिल्ली से शिमला और फिर शिमला से धर्मशाला के लिए उड़ता है. इस बीच, नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी एयरलाइन कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे यात्रियों को उनके अधिकारों और नियमों के बारे में सक्रिय रूप से जानकारी दें. 

डीजीसीए के निर्देश के अनुसार, एयरलाइंस को टिकट बुक होने के बाद नागरिक विमानन मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध यात्री चार्टर का ऑनलाइन लिंक एसएमएस या व्हाट्सएप के जरिए साझा करना होगा. इसके अतिरिक्त, एयरलाइन कंपनियों को टिकटों और अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर यह जानकारी प्रमुखता से प्रदर्शित करनी होगी ताकि यात्रियों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी हो सके.

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