
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. यहां धर्मशाला से 22 किमी ईस्ट इलाके में आज सुबह 5:17 बजे 3.2 तीव्रता का भूकंप आया है. इस संबंध में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की तरफ से जानकारी दी गई है.
फिलहाल, अभी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ सकी है. इससे पहले 5 जनवरी को दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. जम्मू-कश्मीर में भी धरती हिली थी. वहां भी लोगों को भूकंप के तेज झटके महसूस हुए थे. इस भूकंप की तीव्रता 5.9 पाई गई थी. इसका केंद्र अफगानिस्तान का हिंदू कुश इलाका रहा था. पहले भी दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं.
बताते चलें कि न्यू ईयर वाले दिन भी देश में अलग-अलग समय पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. 1 जनवरी को देर रात 11:28 बजे मेघालय के नोंगपोह में रिक्टर स्केल पर 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था. तब भूकंप का केंद्र नोंगपोह में जमीन से 10 किमी. भीतर था. इससे पहले उत्तराखंड के उत्तरकाशी से लेकर नेपाल तक 27-28 दिसंबर की रात ढाई घंटे के भीतर कई भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप का पहला झटका नेपाल के बागलुंग जिले में महसूस किया गया था. फिर खुंगा के आसपास भूकंप का दूसरा झटका महसूस किया गया था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गई थी.
खतरनाक जोन में हिमाचल प्रदेश भी शामिल
पूरे देश को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने पांच भूकंप जोन में बांटा है. देश का 59 फीसदी हिस्सा भूकंप रिस्क जोन में है. देश में पांचवें जोन को सबसे ज्यादा खतरनाक और सक्रिय माना जाता है. इस जोन में आने वाले राज्यों और इलाकों में तबाही की आशंका सबसे ज्यादा बनी रहती है. पांचवें जोन में जम्मू और कश्मीर का हिस्सा (कश्मीर घाटी), हिमाचल प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा, उत्तराखंड का पूर्वी हिस्सा, गुजरात में कच्छ का रण, उत्तरी बिहार का हिस्सा, भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं.