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बेल्जियम के पैराग्लाइडर की मिड-एयर टक्कर में मौत, हिमाचल प्रदेश के बीर-बिलिंग में हुआ हादसा

हिमाचल प्रदेश के बीर-बिलिंग में बेल्जियम के एक पैराग्लाइडर की मिड-एयर टक्कर के बाद मौत हो गई. यह हादसा विश्व पैराग्लाइडिंग कप के शुरू होने से कुछ दिन पहले हुआ, जिसमें बेल्जियम के पायलट फेयरेट्स की मौत हो गई और पोलैंड के पायलट घायल हुआ. यह घटना 2 नवंबर से शुरू होने वाले पैराग्लाइंडिग वर्ल्ड कप 2024 से चार दिन पहले हुई.

(प्रतीकात्मक फोटो) (प्रतीकात्मक फोटो)
aajtak.in
  • शिमला ,
  • 30 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 9:20 PM IST

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग स्थल बीर-बिलिंग में एक दर्दनाक हादसा हुआ. जहां एक बेल्जियम के पैराग्लाइडर की मिड-एयर टक्कर के बाद मौत हो गई. हादसे में उनके पैराशूट के फेल होने के कारण वह जमीन पर गिर पड़े. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. 

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बता दें, यह घटना 2 नवंबर से शुरू होने वाले पैराग्लाइंडिग वर्ल्ड कप 2024 से चार दिन पहले हुई. बताया जा रहा है कि कांगड़ा जिले के बीर-बिलिंग में आयोजित होने वाले इस वर्ल्ड कप में 50 देशों से 130 पैराग्लाइडर हिस्सा लेंगे. जिले के पर्यटन उप-निदेशक विनय धीमान ने बताया कि उड़ान के दौरान दस पैराग्लाइडर एक साथ उड़ रहे थे, तभी दो पायलट आपस में टकरा गए. हादसे में बेल्जियम के फेयरेट्स की मौत हो गई, जबकि एक पोलिश पायलट घायल हो गया.

फेयरेट्स एक स्वतंत्र उड़ान भरने वाले पैराग्लाइडर थे और उनकी उम्र करीब 60 साल थी. दुर्घटना के बाद उनके सुरक्षित पैराशूट (रिजर्व्ड पैराशूट) के नहीं खुलने से उनकी मौत हुई. अधिकारियों ने बताया कि बीर-बिलिंग को पैराग्लाइडर्स का स्वर्ग माना जाता है, लेकिन यह पहली बार नहीं है जब यहां हादसा हुआ है. पिछले साल अक्टूबर में भी एक पोलिश पैराग्लाइडर एंड्रेज की एकल उड़ान के दौरान मौत हो गई थी.

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एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि पुलिस ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो पैराग्लाइडर्स को पंजीकृत करें, निर्धारित मार्गों का पालन करें और सैन्य क्षेत्रों के ऊपर उड़ान भरने से बचें. वहीं, अतल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स (एबीवीआईएमएएस), मनाली के निदेशक अविनाश नेगी ने कहा कि दुर्घटनाओं के मामले में क्रैश साइट्स का सटीक पता लगाने के लिए ऊंचे पहाड़ों में विशेष टावर लगाने का प्रस्ताव विचाराधीन है. 

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