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पैराग्लाइडिंग के दौरान सेफ्टी बेल्ट खुलने से गई महिला पर्यटक की जान, चंडीगढ़ से घूमने आई थी मनाली

Kullu Manali: कुल्लू जिला में पैराग्लाइडिंग के दौरान हादसे अब बढ़ते जा रहे हैं. जिसमें अधिकतर मामले में हवा के रुख को न भांपना और अधिक उड़ानों का दबाव हादसों का मुख्य कारण है. टेक ऑफ साइट में हवा का रुख ठीक होना और पर्यटकों को ग्लाइडर की हानेंस के साथ जोड़ने में लापरवाही भी हादसे का कारण बनती है. 

(सांकेतिक तस्वीर) (सांकेतिक तस्वीर)
aajtak.in
  • कुल्लू,
  • 12 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:13 PM IST

हिमाचल में  कुल्लू के डोभी में  पैराग्लाइडिंग के दौरान सेफ्टी बेल्ट के खुलने से एक महिला पर्यटक की मौत हो गई. वहीं जिला प्रशासन ने भी अब इस हादसे के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और फिलहाल इस साइट पर पैराग्लाइडिंग की उड़ानों को निलंबित किया गया है. जांच पूरी होने के बाद यहां पर पैराग्लाइडिंग करवाई जाएगी. वहीं, हादसे का मुख्य कारण पैराग्लाइडिंग के दौरान सेफ्टी बेल्ट का खुलना बताया जा रहा है. उधर, पुलिस ने पैराग्लाइडर पायलट के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर दिया है

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जानकारी के मुताबिक, पर्यटन विभाग ने जब मौके का निरीक्षण किया तो पाया कि पैराग्लाइडर और पैराग्लाइडिंग का पायलट पंजीकृत था. इस दौरान अचानक से सेफ्टी बेल्ट खुल गई. जिसके चलते महिला आसमान से नीचे छत पर जा गिरी. अब पर्यटन विभाग के की ओर से पैराग्लाइडिंग संगठन के साथ एक बार बैठक की जाएगी और नियमों का पालन हो सके इसके लिए एक एसओपी जारी की जाएगी.

कुल्लू जिला में पैराग्लाइडिंग के दौरान हादसे अब बढ़ते जा रहे हैं. जिसमें अधिकतर मामले में हवा के रुख को न भांपना और अधिक उड़ानों का दबाव हादसों का मुख्य कारण है. टेक ऑफ साइट में हवा का रुख ठीक होना और पर्यटकों को ग्लाइडर की हानेंस के साथ जोड़ने में लापरवाही भी हादसे का कारण बनती है. 

साल  2018 से अब तक कुल्लू की विभिन्न पैराग्लाइडिंग साइट में हुए हादसों में आठ लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा कांगड़ा जिले की बीड़- बिलिंग साइट से उड़ान भरने वाले 11 लोगों की मौत इस अवधि में हो चुकी है. पैराग्लाइडिंग के दौरान प्रदेश में लगातार हो रहे हादसों से नियमों पर सवाल उठने लगे हैं. 

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गौरतलब है कि 26 साल की नव्या अपने पति के साथ 9 फरवरी को चंडीगढ़ से मनाली घूमने आई थी. यहां होटल में रुकने के बाद डोभी पैराग्लाइडिंग साइट पर पहुंचे, जहां से पैराग्लाइडिंग करने के लिए फलाइन नामक जगह पर पहुंचे और यहां से पैराग्लाइडिंग करना शुरू किया. उड़ान के दौरान (हार्नेस) सेफ्टी बेल्ट खुलने के बाद नीचे गिरने से उसकी मौत हुई.

जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुनयना शर्मा ने बताया कि जिस साइट से पैराग्लाइडर ने उड़ान भरी है, वह साइट और पैराग्लाइडर विभाग के पास पंजीकृत है. उड़ान भरने वाला लाइसेंसधारक है. डोभी साइट में पैराग्लाइडिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है. फिलहाल सेफ्टी बेल्ट का खुलना लापरवाही है. सुरक्षा को लेकर हम लोग समय-समय पर जांच करते हैं. हादसा कैसे हुआ? इसका जांच के बाद पता चल पाएगा.

पैराग्लाइडिंग संघ कल्लू के अध्यक्ष पवन शर्मा ने बताया कि पैराग्लाइडर हमेशा नियमों का पालन करते हैं और कुल्लू के ढालपुर में भी महिला पर्यटक की मौत पर संघ के द्वारा शोक व्यक्त किया गया है. आने वाले समय में इस तरह का हादसा ना हो, इसके लिए पैराग्लाइडर पायलट को भी विशेष दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे. (रिपोर्ट: मनमिन्दर अरोड़ा)

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