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हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और बारिश से आई आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 तक पहुंच गई है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि 31 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से आई अचानक बाढ़ में चार शवों की बरामदगी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है.
23 लोग अभी भी लापता
न्यूज एजेंसी के मुताबिक कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा में अचानक आई बाढ़ के बाद मण्डी, और शिमला और रामपुर उपमंडल में कम से कम 23 लोग अभी भी लापता हैं. रामपुर के आसपास सुन्नी बांध और सतलुज नदी के किनारे से चार शव बरामद किए गए हैं. शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि जिले में लगभग 14 लोग अभी भी लापता हैं.
बता दें कि शुक्रवार को भी एक शव बरामद किया गया था, वहीं पिछले छह दिनों के दौरान तीन शव बरामद किए गए हैं. एसपी ने बताया कि रामपुर से बरामद 19 शवों में से ग्यारह की पहचान डीएनए प्रोफाइलिंग से की गई है. मंडी के राजभान गांव में नौ और कुल्लू के निरमंड/बागीपुल में चार शव मिले हैं. लापता 10 में से नौ की बरामदगी के बाद मंडी जिले में बचाव अभियान बंद कर दिया गया है.
20 अगस्त तक बारिश का यलो अलर्ट
वहीं हिमाचल प्रदेश के मौसम को लेकर स्थानीय मौसम विभाग ने 12 में से 10 जिलों में 20 अगस्त तक भारी बारिश का 'यलो' अलर्ट जारी किया है, जबकि राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 58 सड़कें बंद कर दी गई हैं.
शनिवार तक चंबा, कांगड़ा, शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी गई है, पेड़ो, फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे घरों को नुकसान की संभावना के बारे में आगाह किया गया है.