
गर्मी का मौसम आते ही लोग ठंडी वादियों की तरफ रुख करने लगते हैं, इस मौसम में पहाड़ी इलाकों की रौनक काफी बढ़ जाती है. बच्चों की छुट्टियां होते ही परिवार अच्छा खासा पैसा खर्च कर एक सुकून भरे माहौल में जाते हैं लेकिन हमारे इस फैसले से फायदा किसको होता है?
इन्हीं ठंडी वादियों के लिए मशहूर है, हिमाचल प्रदेश. इस मौसम में भारी संख्या में यात्री वहां पहुंचते हैं और राज्य की आय में काफी बढ़ोतरी होती है. बर्फीले नजारे वाली नरकंडा, कल्पा, धर्मशाला, पालमपुर और मनाली जैसे शहरों में तो बड़ी संख्या में लोग छुट्टियां मनाने आते हैं. इस पर मनाली के ट्रैवेल एजेंट नकुल ठाकुर बताते हैं कि रोहतांग पास यात्रियों को कभी भी निराश नहीं करता है.
वहीं, मनाली की बात करें तो प्रतिदिन आने वाले पर्यटकों की संख्या लगभग 20-30 हजार के आसपास होती है और हफ्ते के अंत में ये संख्या 40 हजार से भी ज्यादा हो जाती है. उन्होंने बताया कि कुल्लू जिले की 13,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित रोहतांग पास से पर्यटकों की संख्या और भी बढ़ गई है. रोहतांग पास को 6 महीने बाद 1 जून को दोबारा खोला गया है. यहां जून के महीने में भी बर्फ की मोटी चादर फैली हुई है जिसे देखने के लिए सैलानी दूर-दूर से आते हैं.
वहां के खुशनुमा माहौल के बारे में कॉर्पोरेट एक्जिक्यूटिव ईशा भटनागर कहती हैं, "मैदानी क्षेत्रों की झुलसाने वाली गर्मी की तुलना में यहां का मौसम बहुत आनंदित करने वाला है." पर्यटकों की बढ़ती संख्या के चलते इस समय ज्यादातर होटल, अतिथि गृह और लॉज वालों ने किराया दोगुना कर दिया है. वहीं इस मौसम में टैक्सी वाले और गाइड भी दाम बढ़ाकर खुलेआम पर्यटकों को लूट रहे हैं.
पहाड़ी इलाके जैसे शिमला, कुफरी, नरकंडा, कसौली, चैल, मनाली, डलहौजी, पालमपुर और धर्मशाला में जैसे यात्रियों की बाढ़ आ गई है. खबरों की माने तो पिछले साल के मुकाबले इस साल पर्यटकों की संख्या करीब 40 से 45 प्रतिशत बढ़ गई है.