
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. राजधानी शिमला में सतलज नदी ने तबाही मचाई है. सतलज में आई बाढ़ की वजह से चबा क्षेत्र में बना पुल डूब गया और कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. इस पुल से शकरा, बालदी, बिंदला, जेडवी समेत दर्जनों गांव के लोग आते-जाते थे लेकिन पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण लोगों का संपर्क कट गया है.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में रविवार को तीन बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई. पोंग बांध से 112 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पंडोह डायवर्जन बांध से एहतिहात के तौर पर अतिरिक्त पानी छोड़ा गया. बांध से छोड़े गए पानी की मात्रा एक लाख क्यूसेक थी. पूरे कांगा जिले में बीते तीन दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. यहां के मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य के अधिकांश स्थानों सहित कांगड़ा और चंबा जिलों में भारी बारिश हुई है.
आईएमडी ने कहा कि पूरे राज्य में 102.5 मिलीमीटर बारिश हुई है और यह एक दिन की सामान्य बारिश से 1,065 से ज्यादा है. इसमें कहा गया कि सभी जिलों में पर्याप्त बारिश हुई है. सबसे ज्यादा बारिश बिलासपुर जिले में 252 मिलीमीटर दर्ज की गई है, जो सामान्य से 2586 फीसदी ज्यादा है.
शिमला, सिरमौर, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिलों के अंदरूनी इलाकों में संपर्क मार्ग को बंद किए जाने की रिपोर्ट है, जिससे यातायात बाधित हुआ है. प्रवक्ता ने कहा कि किन्नौर, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर और सिरमौर जिलों में सतलुज, ब्यास और यमुना नदी और उनकी सहायक नदियां फिर से अपने उफान पर हैं. मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के कुछ स्थानों पर सोमवार तक भारी बारिश होने की संभावना है.