
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण पहाड़ दरकने का सिलसिला जारी है. मंगलवार को कुल्लू जिले के रोहतांग में भूस्खलन हुआ. इस कारण मरही में मनाली-लेह नेशनल हाईवे-3 का रास्ता बंद हो गया. भूस्खलन के दौरान एक बोल्डर हाईवे पर खड़े टैंकर पर आ गिरा. इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है.
पिछले दो दिनों में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश में सोमवार को भी सड़कों पर आवागमन बंद रहा. भारी भूस्खलन ने चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर भी गाड़ियों की आवाजाही को प्रभावित किया.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछले दो दिनों में राज्य में बारिश के चलते हुए हादसों में कुल 22 लोगों की मौत हो गई और दो लोगों के लापता होने की खबर है. राज्य में सार्वजनिक और निजी संपत्ति दोनों का करीब 20 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है, अब तक कुल 547 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ले जाने वाले 300 से अधिक वाहन, केलांग और रोहतांग दर्रे के बीच रविवार से फंसे हुए हैं और भूस्खलन के मलबे को हटाने का काम जारी है. अधिकारियों ने कहा कि पंजाब के रोपड़ शहर से आगे हिमाचल प्रदेश के लिए रेल परिचालन को पटरियों को पहुंचे नुकसान के चलते रविवार को बंद कर दिया गया. 12 ट्रेनों को रद्द किया गया है.