
हिमाचल प्रदेश के मंत्री रामलाल मारकंडा को मंगलवार को रेस्क्यू किया गया. वे तीन दिनों से लाहौल स्पीति में भूस्खलन के कारण फंसे थे. बाद में हेलिकॉप्टर से रामलाल मारकंडा को शिमला लाया गया.
रेस्क्यू होने के बाद रामलाल मारकंडा ने मीडिया से कहा, 'मैं तीन दिन से काजा, स्पीति में फंसा था. बारिश के कारण सड़कें बंद थीं. चंद्रताल में भारी बर्फबारी के कारण 127 लोग फंस गए थे जिन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है.'
गौरतलब है कि हिमाचल में पिछले 3-4 दिन से भारी बारिश जारी है. इस कारण कहीं लैंडस्लाइड तो कहीं बाढ़ में लोगों की मौत की खबरें आ रही हैं. पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ले जाने वाले 300 से अधिक गाड़ियां केलांग और रोहतांग दर्रे के बीच रविवार से फंसे हुए हैं और मलबे को हटाने का काम जारी है.
अधिकारियों ने कहा कि पंजाब के रोपड़ शहर से आगे हिमाचल प्रदेश के लिए रेल सेवा को पटरियों को पहुंचे नुकसान के चलते रविवार को बंद कर दिया गया. 12 ट्रेनों को रद्द किया गया है. लैंडस्लाइड के बाद रविवार को रोकी गई शिमला और कालका के बीच ट्रेन सेवाएं अब सामान्य हैं.
राज्य में 24 घंटे में लगभग 70 साल के बाद अब तक की सबसे अधिक रिकॉर्ड बारिश हुई है. इसके अलावा कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई है. लाहौल-स्पीति जिले के केलांग में भी बर्फबारी हुई है.