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हिमाचल प्रदेश ने देशभर में बनाया है एक अलग मुकाम, यहां की पूरी आबादी को लग चुका है टीका: नड्डा

हिमाचल प्रदेश ने देशभर में 100 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड टीकाकरण कर एक अलग मुकाम बनाया है. रविवार को यहां टीकाकरण करने वाले वॉरियर्स के लिए एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गयार. इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई वरिष्ठ बीजेपी नेताओं ने भाग लिया. 

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा
aajtak.in
  • बिलासपुर,
  • 05 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 5:00 PM IST
  • हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एम्स में किया ओपीडी का उद्घाटन
  • टीकाकरण करने वाले वॉरियर्स का सम्मान कर दिए गए प्रमाण पत्र

भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य जगत प्रकाश नड्डा ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एक आउट पेशेंट विभाग (ओपीडी) का उद्घाटन किया. नड्डा बिलासपुर के रहने वाले हैं, उन्होंने एम्स में एक समारोह से पहले ओपीडी का उद्घाटन किया. हिमाचल प्रदेश COVID-19 के खिलाफ 100 प्रतिशत वयस्क आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण कर चुका है. इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद थे. समारोह में उन COVID-19 कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया, जिन्होंने टीकाकरण अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्हें प्रमाण पत्र दिए गए.

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राज्य के एक अधिकारी ने कहा कि 53,86,393 योग्य वयस्कों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगा दी गई है. हिमाचल प्रदेश अगस्त के अंत तक वयस्क आबादी को शत-प्रतिशत पहली डोज देने वाला राज्य भी रहा. 

कार्यक्रम को संबोधित करते भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बहुत तरक्की हुई है. कनेक्टिविटी की दृष्टि से, शिक्षा की दृष्टि से, स्वास्थ्य की दृष्टि से, हृयूमन डेवलपमेंट की दृष्टि से हिमाचल एक विकसित राज्य के रूप में आगे बढ़ा है. इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और इनकी सरकार को बधाई देता हूं.

भारत में 127 करोड़ लोगों को लग चुकी है वैक्सीन

उन्होंने कहा कि आज भारत में कोरोना टीके की करीब 127 करोड़ डोज लग चुकी हैं. इसके साथ ही भारत आज दुनिया के करीब 50 देशों को कोरोना के टीके दे रहा है. भारत अब मदद लेने वाला देश नहीं रहा, बल्कि मदद देने वाला देश बन गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में एम्स 1960 में बना था, उसी बीच पीजीआई चंडीगढ़ बना. उसके बाद हम सब पीजीआई और एम्स के दरवाजे खटखटाते रहे,  लेकिन किसी ने नहीं सोचा कि एम्स हिमाचल में भी होना चाहिए. किसी ने नहीं सोचा कि पीजीआई का सैटेलाइट सेंटर हिमाचल में होना चाहिए.

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उन्होंने कहा कि आज का दिन दो तरह से ऐतिहासिक है. एक तो एम्स बिलासपुर में ओपीडी का श्रीगणेश हुआ है. दूसरा, कोरोना टीकाकरण की दूसरी डोज में जिस तरह से हिमाचल आगे बढ़ा है, उसके लिए टीकाकरण करने वाले वॉरियर्स को सम्मानित किया गया है.

(इनपुट: ललित शर्मा)

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