
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में रविवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां के सांगला-छितकुल रोड पर भूस्खलन के बाद चट्टानें चलते टेंपो ट्रैवलर वाहन पर गिर गईं. इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई. वहीं, चार लोग जख्मी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए दो लाख के मुआवजे का ऐलान किया है.
बताया जा रहा है कि हादसा रविवार दोपहर 1.30 बजे हुआ. सांगला-छितकुल रोड पर बटसेरी के पास चट्टानें गिरीं. इसकी चपेट में सांगला की ओर जा रहा टेंपो ट्रैवलर (एचआर 55 एसी 9003) भी आ गया. इसमें 11 लोग सवार थे. बताया जा रहा है कि इनमें से 9 की मौत हो गई. इस घटना में मारे गए नौ लोगों में से चार राजस्थान के हैं और इनमें से एक मां, बेटा और एक बेटी हैं. वहीं, दो छत्तीसगढ़ के हैं, जबकि एक-एक दिल्ली और महाराष्ट्र के रहने वाले थे. एक मृतक की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है. सभी एक ट्रैवल एजेंसी के जरिए किन्नौर आए थे.
हादसे पर पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन से हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं. दुर्घटना में घायल हुए लोगों के इलाज की पूरी व्यवस्था की जा रही है. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. इसके साथ ही मृतकों के परिजनों को पीएमएनआरएफ से दो-दो लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है. साथ ही जो घायल हुए हैं, उन्हें 50 हजार रुपये की सहायता की जाएगी.
सभी यात्री अलग अलग जगह से थे
बताया जा रहा है कि घटना में मारे गए यात्रियों की अभी पहचान नहीं हो पाई है. ये सभी अलग अलग जगहों से हैं और एक दूसरे के परिवार के या रिश्तेदार नहीं है. 8 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि एक की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हुई है. हादसे में एक स्थानीय नागरिक भी घायल हो गया है. चट्टानें गिरने के चलते और भी वाहनों को नुकसान पहुंचा है. लेकिन बाकी सभी यात्री सुरक्षित हैं. इस सड़क पर शनिवार से ही लैंडस्लाइड जारी है.
घर-पुल भी आया चपेट में
बताया जा रहा है कि भूस्खलन के चलते चट्टानों की चपेट में बटसेरी पुल आ गया. पुल पूरा टूट गया. इसके अलावा वहां से निकल रहे कुछ लोगों, सेब के बाग और मकानों को भी नुकसान पहुंचा है. मौके पर पुलिस पहुंच गई है और रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.
महाराष्ट्र में लैंडस्लाइड में 73 की मौत, 47 लापता
दूसरी ओर, महाराष्ट्र के रायगढ़, रत्नागिरी और सतारा में भूस्खलन की घटनाओं में 73 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा रायगढ़ के महाड में 44 लोगों की भूस्खलन से जान गई. वहीं, तीनों जिलों में 47 लोग अभी भी लापता हैं. महाराष्ट्र सरकार के मुताबिक, बाढ़ से जुड़ीं घटनाओं में राज्य में अब तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है. एनडीआरएफ की 34 टीमें रेस्क्यू अभियानों में जुटी हैं.