
हिमाचल प्रदेश को नया मुख्यमंत्री मिल गया है. कांग्रेस हाईकमान ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही प्रतिभा सिंह के समर्थक विधायक मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इस संबंध में मुहर लगा दी गई है. रविवार (11 दिसंबर) को दोपहर 1:30 बजे रिज मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा. विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस नेता शाम 7 बजे राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
प्रतिभा सिंह ने कहा कि हमें आलाकमान का फैसला मंजूर है. वहीं, सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आगे की चुनौतियां का सामना करने के लिए तैयार हैं. सत्ता में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं. हिमाचल को सुंदर, स्वच्छ और ईमानदार प्रदेश बनाएंगे. सुखविंदर बेहद भावुक नजर आए.
कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष और सीएम पद की रेस में शामिल रहीं प्रतिभा सिंह के समर्थक सड़कों पर उतर आए. उन्होंने विधायक दल की बैठक के बीच विधानसभा के बाहर नारेबाजी की. उससे पहले ये लोग एक होटल के बाहर भी पहुंचे, जहां केंद्रीय पर्यवेक्षक दावेदारों के साथ मीटिंग कर रहे थे. विधायक दल की बैठक में सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री, विक्रमादित्य सिंह, पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला भी विधानसभा पहुंचे थे.
प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने पहले शुक्रवार को हंगामा किया था. फिर शनिवार को भी ये समर्थक एकत्रित हो गए और होटल के बाहर नारेबाजी करने लगे. यहां सुक्खू के नाम का विरोध किया गया. जबकि रानी प्रतिभा सिंह के समर्थन में नारे लगाए गए. दरअसल, प्रतिभा समर्थकों को अंदाजा हो गया था कि सीएम पद की रेस में उनकी नेता का नाम बाहर हो गया है और सुक्खू इस दौड़ में सबसे आगे हैं. कांग्रेस आलाकमान ने सुक्खू का नाम चुना था. सीएम पद के दावेदार के साथ केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने डिप्टी सीएम के मुद्दे पर चर्चा की और मुकेश का नाम फाइनल किया. वहीं, राज्यपाल से मुलाकात के बाद सुक्खू सीएम आवास पर पहुंचे और जयराम ठाकुर से भी मुलाकात की.
विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस दो दिन से लगातार अंदरुनी संकट से जूझ रही थी. हिमाचल में मुख्यमंत्री पद को लेकर चेहरा तय नहीं हो पा रहा था. शिमला में शनिवार शाम 5 बजे फिर विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में सीएम पद पर चल रहा सस्पेंस खत्म होने की संभावना थी. सुक्खू को 25 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया जा रहा था.
प्रतिभा सिंह को साधना कांग्रेस के लिए चुनौती
इससे पहले सुक्खू और प्रतिभा की दावेदार मजबूत मानी जा रही थी. कहा जा रहा है कि ज्यादातर एमएलए ने सुक्खू के नाम पर हामी भरी है. हालांकि, प्रतिभा सिंह पीसीसी चीफ हैं, ऐसे में उनको साधना भी चुनौती बन गया था. पार्टी हाईकमान एक ऐसे नाम पर विचार कर रहा है, जिसे दोनों खेम पसंद करते हों. बाद में ये फॉर्मला निकाला गया कि सीएम सिक्खू को बनाया जाएगा और डिप्टी सीएम प्रतिभा सिंह के खेमे से होगा.
सभी को भरोसे में लेना चाहता है हाईकमान
इससे पहले शुक्रवार को विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास किया गया था. विधायकों ने कहा था कि हाईकमान जो भी फैसला लेगा, वो हमें मंजूर होगा. पार्टी हाईकमान किसी भी तरह की नाराजगी नहीं रहने देना चाहती है, यही वजह है कि संगठन सभी विधायकों से लगातार संपर्क में है और उनकी राय जान रहा है. इससे पहले शुक्रवार को शिमला में कांग्रेस पर्यवेक्षक भूपेंद्र सिंह हुड्डा, भूपेश बघेल और प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने पार्टी विधायकों के साथ मीटिंग की थी और वन-टू-वन बात करके रायशुमारी ली थी.
सुक्खू बोले- हाईकमान का फैसला मंजूर
सुक्खू ने कहा कि पहली बार इतनी जल्दी सीएलपी की बैठक बुलाई गई. 24 घंटे के अंदर विधायक दल की बैठक हुई. हम सब लोग हाईकमान के साथ खड़े हैं. केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सभी विधायकों से बात की है. विधायक एकजुट हैं. प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री या किसी को सीएम बनाया जाए, किसी को कोई दिक्कत नहीं है. वहीं, प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य ने कहा कि हमने ऑब्जर्वर से बात की है. सरकार आगे चलाना है. सब लोग मिलकर काम करेंगे. हाईकमान जिसका नाम तय करेगा, उसके साथ मिलकर काम करेंगे.
खड़गे बोले- रिपोर्ट के आधार पर होगा फैसला
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री को लेकर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में कहा कि पहाड़ी राज्य में भेजे गए पर्यवेक्षकों ने पार्टी के सभी विधायकों से निजी विचार पूछे. उसके बाद पर्यवेक्षक विधायकों की बात हमें बताएंगे, जिसके आधार पर पार्टी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला करेगी. वहीं सीएलपी बैठक से पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कांग्रेस नेता सुक्खू ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं हूं. मैं सिर्फ एक कांग्रेस कार्यकर्ता हूं और आलाकमान जो भी फैसला लेगा, उसे स्वीकार किया जाएगा.
सीएम पद की रेस में तीन नेता
एक दिन पहले ही विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि उनकी मां प्रतिभा सिंह को सीएम बनाया गया तो वे अपनी शिमला ग्रामीण सीट खाली कर देंगे, क्योंकि प्रतिभा सिंह अभी विधानसभा की सदस्य नहीं हैं. वे वहां से चुनाव लड़ सकती हैं. प्रतिभा अभी मंडी से सांसद हैं और पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. इसके अलावा, इलेक्शन कैंपेनिंग कमेटी के चेयरमैन और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू भी बड़े दावेदार बनकर उभरे हैं. तीसरा नाम अभी तक नेता प्रतिपक्ष रहे और हरोली से विधायक मुकेश अग्निहोत्री का है. वे भी सीएम पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू दोनों प्रभावशाली राजपूत समुदायों से हैं, जबकि मुकेश अग्निहोत्री ब्राह्मण हैं. अभी तक शांता कुमार ही अकेले ब्राह्मण थे, जो दो बार मुख्यमंत्री बने हैं.