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हिमाचल प्रदेश के मनाली से शुक्रवार को लापता हुए आठ पर्वतारोहियों में से 6 को रविवार को एयरलिफ्ट करके कुल्लू के पास रुमसू गांव में सुरक्षित पहुंचा दिया गया है. दो अन्य पर्वतारोहियों की लोकेशन भी पता चल गई है. मनाली की एसडीएम ज्योति राणा ने बताया कि 70 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हमें सभी पर्वतारियों के लोकेशन की जानकारी मिली है. ये आठों मनाली में चंदरखानी पास के पास लापता हुए थे.
7 पर्वतारोही बीटेक के छात्र
आठ में सात पर्वतारोही पंजाब स्थित संगरूर के इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक के छात्र हैं, जबकि एक पर्वतारोही स्थानीय नागरिक है. कुल्लू प्रशसन ने
शुक्रवार को इनकी खोज में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था, जब इनमें से एक पर्वतारोही ने स्थानीय पुलिस की हेल्पलाइन पर
फोन कर मदद मांगी थी.
एक छात्र ने मांगी थी पुलिस से मदद
मनाली के पुलिस सुपरिटेंडेंट पदम चंद ने बताया, 'भरत कायस्थ नाम के पर्वतारोही ने 11 मार्च को सुबह 8 बजे पुलिस
हेल्पलाइन के जरिए हमें सूचित किया था कि उनके एक दोस्त की हालत ठीक नहीं है और उसे मदद की जरूरत है. उसके बाद
से छात्रों के साथ कोई संपर्क नहीं हो पाया. हो सकता है कि उनके मोबाइल फोन का नेटवर्क न आ रहो या फिर फोन की बैट्री
खत्म हो गई हो.'
खराब मौसम बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन में रोड़ा
बचाव दल ने शनिवार को फुटासोर गांव के पास पर्वतारोहियों के पैरों के निशान देखे. एक हेलीकॉप्टर के जरिए भी लापता पर्वतारोहियों की तलाश की जा रही है, लेकिन यह प्राइवेट हेलीकॉप्टर खराब मौसम और कोहरे के चलते 6 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर नहीं उड़ पा रहा है.
तलाश में जुटी आईटीबीपी और पुलिस
पुलिस सुपरिटेंडेंट ने बताया कि लापता पर्वतारोहियों की तलाश में आईटीबीपी की तीन और पुलिस की दो टीमों के एक पर्वतारोही को भेजा गया. लगातार बर्फबारी होने के चलते हमें रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है.