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JK: नए वोटरों को लेकर विवाद के बाद फारूक अब्दुल्ला ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, कहा- ये सभी के लिए खतरनाक

जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने नए वोटरों को लेकर एक बयान दिया था. इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां आपत्ति जता रही हैं. इसी के तहत सोमवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. उन्होंने कहा कि हम सितंबर में सभी राष्ट्रीय दलों के नेताओं को बुलाएंगे और यहां के हालातों से अवगत कराएंगे.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (फाइल फोटो) नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (फाइल फोटो)
सुनील जी भट्ट/अशरफ वानी
  • श्रीनगर,
  • 22 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 3:10 PM IST

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की हलचल तेज हो गई है. हाल ही में चुनाव आयोग ने नए वोटरों को लेकर एक बड़ा बयान दिया था. इसके बाद राजनीतिक पार्टियों का विरोध जारी है. जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी हिरदेश कुमार द्वारा संशोधित नामावली में नए मतदाताओं को जोड़ने वाले बयान के बाद आज नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सर्वदलीय बैठक बुलाई.

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इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम राष्ट्रीय दलों और अन्य दलों के नेताओं को जम्मू-कश्मीर बुलाएंगे और उन्हें यहां की स्थिति से अवगत कराएंगे. ये बैठक सितंबर में होगी. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के लोगों के लिए यहां वोटिंग का अधिकार न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए, बल्कि बाहरी लोगों के लिए भी खतरनाक है. क्योंकि लागातार टारगेट किलिंग भी हो रही हैं.

फारूक अब्दुल्ला के आवास पर हुई बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं के अलावा पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष विकार रसूल, माकपा नेता एम वाई तारिगामी और शिवसेना नेताओं ने भाग लिया. इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम सभी राष्ट्रीय दलों के नेताओं के सामने अपने मुद्दों को रखेंगे. इस बैठक के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग के बयान पर आपत्ति जताई. बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के आवास पर हुई बैठक में भविष्य की रणनीति तय की गई है.

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संशोधित वोटर लिस्ट से संबंधित मुद्दों पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा जारी स्पष्टीकरण से असंतुष्ट नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी की ओऱ से कहा गया है कि यह अभी भी चिंता का विषय है. प्रशासन ने उनकी मुख्य चिंता का समाधान नहीं किया है कि क्या आमतौर पर जम्मू-कश्मीर में रहने वाले 'बाहरी लोगों' को वोटर के रूप में नामांकन करने की अनुमति दी जाएगी. वहीं सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व वाली अपनी पार्टी ने बैठक से दूरी बनाई. 

क्या कहा था चुनाव आयोग ने


जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिरदेश कुमार ने कहा था कि दूसरे राज्य के जो लोग यहां रह रहे हैं, वो अपना नाम वोटर लिस्ट में शामिल करवाकर वोट डाल सकते हैं. इसके लिए उन्हें मूल निवासी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है. इतना ही नहीं, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाबलों के जवान भी वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल करा सकते हैं. हिरदेश कुमार ने बताया था कि जो भी 1 अक्टूबर 2022 तक 18 साल का हो जाएगा, वो अपना नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा सकता है. फाइनल वोटर लिस्ट 25 नवंबर को जारी होगी. जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 1 जनवरी 2019 को वोटर लिस्ट आई थी. आयोग का कहना है कि इस बार वोटर लिस्ट में 20 से 25 लाख नए वोटर शामिल हो सकते हैं. 

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