
बीते 7 दिनों में जम्मू कश्मीर को लेकर 2 आतंकियों के एक के बाद एक आए बयान से घाटी में हड़कंप मचा हुआ है. जिसके बाद सेना के साथ जांच एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं.
दरअसल आतंकी संगठन अलकायदा तेजी से कश्मीर घाटी में अपने पैर जमा रहा है. अलकायदा जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन अंसार उल गजवत हिन्द (जाकिर मुसा ग्रुप) से हाथ मिला कर सेना के खिलाफ एक के बाद एक हमले कर रहा है. 1 दिन पहले ही अल कायदा चीफ अल जवाहिरी का कश्मीर को लेकर वीडियो में बयान सामने आया था. 1 मिनट 28 सेकंड के वीडियो को अल कायदा मीडिया विंग ने जारी किया है जिसका नाम 'डोंट फॉरगेट कश्मीर' है.
जवाहिरी ने वीडियो मैसेज में कश्मीर में मौजूद मुजाहिदों को भारतीय सेना और सरकार के खिलाफ हमला जारी रखने को कहा है. जिससे भारत को आर्थिक नुकसान हो. जवाहिरी ने कहा है कि अल कायदा एक नया ग्रुप तैयार कर रहा है. जिसके जरिए कश्मीर के मुजाहिदों को लड़ने के लिए पैसों का इंतजाम हो सके. अल जवाहिरी ने वीडियो में पाकिस्तान के कश्मीर प्लान को लेकर आलोचना तो की ही लेकिन ये कह कर पाकिस्तान की पोल खोल दी कि पाकिस्तान कश्मीर में मुजाहिद भेजता है. ताजा वीडियो में जवाहिरी के एक तरफ बंदूक रखी है तो एक तरफ कुरान. इस वीडियो के बाद सेना और एजेंसी अलर्ट पर हैं.
कश्मीर में सक्रिय अल कायदा और अंसार उल गजवत के नए चीफ हामिद लेलहारी ने भी 3 दिन पहले एक ऑडियो बयान जारी किया था. जिसमें कश्मीर में सभी जेहादियों को एक साथ आने के लिए कहा गया था. हमीद का ये बयान तब आया था, जब कुछ दिन पहले घाटी में 2 आतंकी संगठनों के बीच में आपस मे खूनी जंग हो गई थी. हालांकि हमीद ने अपने बयान में मुजाहिदों को पाकिस्तान की सेना और आईएसआई की गुलामी करने से उनके इशारों पर ना नाचने की सलाह भी दी थी.
बता दें कि जाकिर मूसा के सेना के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद अंसार उल गजवत हिन्द ने हमीद लेलहारी उर्फ हारून अब्बास को अपना नया चीफ बनाया है. हमीद साउथ कश्मीर का रहने वाला है और जाकिर मूसा का करीबी है. 7 दिन में आए दो बयानों से एजेंसियां अलर्ट पर हैं. लेकिन सुरक्षा विशेषज्ञ इसे आतंकियों की गीदड़ भभकी से ज्यादा कुछ मानने को तैयार नहीं. उनका कहना है कि जिस तरह सरकार ने कश्मीर में ऑपरेशन ऑलआउट के तहत आतंकियों का सफाया किया है और कर रही है, उसके बाद इन आतंकी संगठनों का भारतीय फौज के सामने लंबा टिकना नामुमकिन है.