
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू और कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर जम्मू में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. गृह मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियां आतंकवाद से निर्णायक लड़ाई लड़ रहीं हैं. अमित शाह ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में अल्पसंख्यकों की हत्या सबसे कम हुई है.
उन्होंने कहा, राजौरी के आतंकी हमलों के पीड़ित परिवारों के दुख में सहभागी बनना उद्देश्य था, लेकिन खराब मौसम के कारण मैं वहां नहीं जा पाया, सभी परिवारों के साथ फोन पर बात हुई और उनके दुख में शामिल होने का प्रयास किया. अमित शाह ने कहा कि उन सभी परिवारों का हौंसला पूरे देश के लिए एक उदाहरण है, इतने बड़े हादसे के बाद भी डटकर लड़ने का मनोबल बनाए रखना बहुत बड़ी बात है.
पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है सरकार
शाह ने कहा कि मोदी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है और उनकी मदद करने के लिए कटिबद्ध है. पूरी संवेदनशीलता के साथ पीड़ित परिवारों को सरकार की अनेक योजनाओं के माध्यम से लाभ दिया जायेगा साथ ही यहां के LG के पास जो अधिकार हैं, उनसे भी उनकी मदद की जाएगी.
हर क्षेत्र में सुरक्षा ग्रिड
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, तीन महीनों के भीतर जम्मू के हर क्षेत्र में सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत कर अभेद्य बनाया जाएगा. हाल ही की घटनाओं की जांच NIA और जम्मू पुलिस मिलकर करेंगे, बीते डेढ़ साल में हुईं सभी घटनाओं को एक साथ रखकर जांच की जाएगी. इन आतंकी घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा में लगी हुई सभी एजेंसियों के साथ सुरक्षा के सभी पहलुओं पर विस्तृत बैठक हुई, आने वाले दिनों में बहुत सुरक्षित ग्रिड बनाने पर भी चर्चा हुई. आतंकवाद के सपोर्ट सिस्टम और उनके सूचना तंत्र को पूरी तरह खत्म करने के लिए 360 डिग्री सुरक्षा चक्र को और मजबूत किया जाएगा. जब से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद ने जन्म लिया है तब से तुलना करें तो अभी के समय में सबसे कम घटनाएं हुई हैं.