
जम्मू-कश्मीर में मजदूरों को नदी से रेत निकालते समय भगवान विष्णु की प्राचीन और दुर्लभ मूर्ति मिली है. पुरातत्व विभाग का कहना है कि ये मूर्ति 9वीं शताब्दी की है. मूर्ति को जम्मू-कश्मीर के अभिलेखागार, पुरातत्व और संग्रहालय विभाग को सौंप दिया गया है.
पुरातत्व विभाग के अधिकारी ने आजतक को बताया कि बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के काकापोरा इलाके के लेल्हारा गांव में कुछ मजदूर झेलम नदी से रेत निकाल रहे थे. इस दौरान उन्हें नदी में एक बेहद प्राचीन मूर्ति नजर आई. मजदूरों ने मूर्ति को बाहर निकालकर स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में लेकर पुरातत्व और संग्रहालय की टीम को इसकी जानकारी दी.
पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मूर्ति काले और हरे रंग की है. जम्मू-कश्मीर के अभिलेखागार, पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के उप निदेशक मुश्ताक अहमद ने बताया कि यह तीन सिरों वाली विष्णु कि अनूठी मूर्ति है. यह 9वीं शताब्दी की है. मुश्ताक ने कहा कि यह एक हरे रंग की पत्थर की मूर्ति है, जो बहुत दुर्लभ है. इसका आर्ट बहुत डेकोरेटेड है. हालांकि, मूर्ति के कुछ हिस्से गायब हैं.
पुरात्तव महत्व की साइट का नहीं होता रखरखाव
बता दें कि कश्मीर में पुरातत्व से जुड़ी साइट के रखरखाव पर ध्यान ना देने के मामले सामने आते रहे हैं. श्रीनगर से 16 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में बुर्जहोम नाम का गांव है, जिसका पुरातात्विक महत्व है. इसके अवशेषों से 3000 ईसा पूर्व से 1000 ईसा पूर्व के बीच इंसानों की रिहाइश से जुड़े कल्चरल सीक्वेंस के संकेत मिलते हैं. यह जगह कालखंड में कई बार बर्बरता का शिकार हुई. ये साइट उपेक्षा का शिकार बनी रही. बता दें कि पूर्ववर्ती राज्य जम्मू और कश्मीर के महाराजा प्रताप सिंह ने 1904 में पुरातत्व विभाग की स्थापना की थी.