
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और 35ए पर जारी सियासी घमासान के बीच एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. एसीबी ने महबूबा मुफ्ती से जम्मू और कश्मीर बैंक में नियुक्तियों को लेकर उनसे सवाल-जवाब किया है.
एसीबी के एसएसपी की ओर से 3 अगस्त को जारी एक पत्र में महबूबा मुफ्ती से कहा गया है कि 'दर्ज एफआईआर में जांच से पता चला है कि नियुक्तियों के लिए जम्मू और कश्मीर बैंक के चेयरमैन से कुछ मंत्रियों ने सिफारिश की.' पत्र में आगे लिखा गया है, 'यह साफ करना जरूरी है कि इन नियुक्तियों के लिए क्या आपकी ओर से मौखिक या अन्य तरीके से हामी भरी गई.'
महबूबा मुफ्ती को यह नोटिस रविवार को मिला है. दूसरी ओर पीडीपी ने इस नोटिस पर गहरी नाराजगी जताई है और कहा है कि केंद्र की नीतियों का विरोध करने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. महबूबा मुफ्ती का भी कहना है कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है और जानबूझ कर भ्रष्टाचार के आरोप मढ़े जा रहे हैं. खबरों के मुताबिक, पूर्व में जम्मू-कश्मीर सरकार के अन्य मंत्रियों को भी इस बाबत नोटिस चस्पा किया जा सकता है.