
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में देश ने तीन वीर सपूत खो दिए हैं. भारतीय सेना की ओर से 19 राष्ट्रीय राइफल्स (RR) के शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह और मेजर आशीष के शवों को हवाई मार्ग से श्रीनगर पहुंचाया गया. यहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह और मेजर आशीष को श्रद्धांजलि दी. उपराज्यपाल ने कहा कि शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं, राष्ट्र हमेशा बहादुरों का ऋणी रहेगा.
वीर सपूतों के पार्थिव शरीर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया जाएगा. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार को एक मुठभेड़ में डीएसपी हुमायूं भट भी शहीद हो गए थे.
इससे पहले भारतीय सेना के चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और विक्टर फोर्स कमांडर मेजर जनरल बलबीर सिंह ने भी मुठभेड़ स्थल का दौरा किया और ऑपरेशन में तैनात कर्मियों का मनोबल बढ़ाया.
बीबी कैंट में शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह और शहीद मेजर आशीष के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए एक विशेष विमान से उनके पैतृक गृहनगर ले जाया गया है.
वहीं, शहीद राइफलमैन रवि कुमार का अंतिम संस्कार आज जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया. मंगलवार को राजौरी मुठभेड़ में राइफलमैन रवि कुमार राणा शहीद हो गए थे. 26 साल के जांबाज रवि कुमार 7 साल पहले सेना में शामिल हुए थे. इस साल के अंत में 2 दिसंबर को उनकी शादी होने वाली थी. आज जब उनका पार्थिव शरीर किश्तवाड़ पहुंचा, तो उनकी मंगेतर का रो-रोकर बुरा हाल था. राइफलमैन रवि कुमार राणा के पिता किसान हैं. शहीद रवि कुमार राणा तीन भाई हैं. उनके बड़े भाई भी सेना में कार्यरत हैं और वर्तमान में पंजाब में तैनात हैं. वीर सपूत रवि कुमार को अंतिम विदाई देने जनसैलाब उमड़ा.