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बुरहान की बरसी से पहले कश्मीर में अलर्ट, यासीन मलिक हिरासत में, मीरवाइज नजरबंद

अलगाववादियों ने 8 जुलाई को घाटी में हड़ताल का आह्वान किया है. अधिकारी के मुताबिक प्रशासन ने भी ग्रीष्मकालीन राजधानी के नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद के आसपास निषेधाज्ञा लगा दी और वहां जुम्मे की नमाज नहीं पढ़ने दी गयी.

यासीन और मीरवाइज, फाइल फोटो (Getty Images) यासीन और मीरवाइज, फाइल फोटो (Getty Images)
अनुग्रह मिश्र
  • श्रीनगर,
  • 06 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 9:50 PM IST

हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी की दूसरी बरसी से पहले जम्मू कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है. किसी भी तरह के उपद्रव से पहले एहतियातन JKLF के अध्यक्ष यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया गया है जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक को उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया है.

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पुलिस अधिकारी ने बताया कि मलिक को मैसूमा में उनके घर से हिरासत में लिया गया और उन्हें मैसूमा थाने में हवालात में रखा गया है. हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी हैदरपुरा में अपने घर पर अब भी नजरबंदी में हैं. वैसे उन्हें पास की मस्जिद में जुम्मे की नमाज पढ़ने जाने दिया गया लेकिन फिर से नजरबंद कर दिया गया.

अलगाववादियों ने 8 जुलाई को घाटी में हड़ताल का आह्वान किया है. अधिकारी के मुताबिक प्रशासन ने भी ग्रीष्मकालीन राजधानी के नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद के आसपास निषेधाज्ञा लगा दी और वहां जुम्मे की नमाज नहीं पढ़ने दी गयी.

बता दें कि सुरक्षाबलों ने अनंतनाग जिले के कोकरनाग में 8 जुलाई 2016 को बुरहान वानी को एनकाउंटर में मार गिराया था. उसके मारे जाने के बाद घाटी में लंबे समय तक प्रदर्शन हुआ था. साथ ही घाटी के कई युवाओं आंतक की राह पकड़ ली थी.

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साफ हुआ बुरहान गैंग

पिछले दिनों कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की ओर से चलाए जा रहे 'ऑपरेशन ऑलआउट' में बड़ी सफलता मिली थी. इस दौरान किए गए एनकाउंटर में 5 खूंखार आतंकियों को मार गिराया गया था. एनकाउंटर में हिज्बुल आतंकी सद्दाम पाडर की मौत के साथ ही बुरहान वानी गैंग का खात्मा हो गया. मारे गए आतंकियों में प्रोफेसर से आतंकी बना शख्स भी शामिल था.

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