
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. इस दौरान रक्षामंत्री ने सेना की हिरासत में मारे गए 3 नागरिकों के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. इसके साथ ही उन्होंने घायल नागरिकों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली. रक्षामंत्री सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने के लिए जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं.
22 दिसंबर को रहस्यमय परिस्थितियों में तीन नागरिक मृत पाए गए थे. ये घटना जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक हमले के एक दिन बाद हुई थी. इस आतंकी हमले में 4 जवान शहीद हो गए थे. सेना ने नागरिकों की मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है. थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे ने भी क्षेत्र में जमीनी स्थिति की समीक्षा करने के लिए पुंछ का दौरा किया और आतंकवादी हमले के मद्देनजर एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की.
इससे पहले रक्षामंत्री ने भारतीय सेना से कहा था कि उन्हें सिर्फ देश ही नहीं बल्कि देशवासियों का दिल भी जीतना है. उन्होंने कहा कि आपको और अधिक सजग रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि सेना को सिर्फ देश को दुश्मनों से बचाना नहीं है, बल्कि लोगों का दिल जीतना भी उसकी जिम्मेदारी है. सुनिश्चित करें कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.
उन्होंने कहा कि यह देश आप सभी के प्रति कृतज्ञता का भाव रखता है. मातृभूमि की सेवा में आप लोगों का बलिदान यद्यपि अन-पैरेलल है और इसकी कोई कीमत नहीं चुकाई जा सकती है. हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि यह सरकार सदैव आप लोगों के साथ खड़ी है और आपके वेलफेयर को हम हमेशा टॉप प्रायोरिटी रखते हैं.
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ राजनाथ सिंह आज दोपहर राजौरी जिले पहुंचे. वह घायलों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज भी पहुंचे. एजेंसी के मुताबिक डाक बंगले में बैठक में मौजूद पूर्व एमएलसी शाहनाज गनई ने कि रक्षामंत्री ने नागरिकों के परिवारों से मुलाकात की और घटना की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया.