
कश्मीर में भले ही अशांति फैली हो और एलओसी पर भारत और पाकिस्तान की सेनाएं एक दूसरे पर फायरिंग कर रही हों, लेकिन इससे कश्मीर घाटी को रेललाइन से जोड़ने के काम पर कोई असर नहीं पड़ा है. कटरा और बनिहाल के बीच दुर्गम हिमालय के बीच रेललाइन बिछाने का काम आगे बढ़ रहा है.
रेलवे की कोशिश है कि इस काम में कोई बाधा न पड़े क्योंकि आने वाले दिनों में जोरदार सर्दी पड़ेगी और उससे पहले काम को जितना हो सके पूरा करना होगा. इस दौरान उत्तर रेलवे ने कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ मिलकर उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) के निर्माण कार्य में जुड़ने वाली नई कंपनियों के लोगों को प्रशिक्षण देने काम किया है.
यूएसबीआरएल एक नेशनल प्रोजेक्ट है जो कश्मीर घाटी के विभिन्न भागों को आपस में जोड़ेगा. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर भारत के बाकी हिस्से रेल नेटवर्क के जरिए कश्मीर से सीधे जुड़ जाएंगे. यह प्रोजेक्ट हिमालय के उस हिस्से से होकर गुजरता है, जो दुर्गम हैं और जहां पर भूगर्भीय हलचल होती रहती है. उधमपुर से बारामूला तक इस लाइन की लंबाई 272 किलोमीटर है.
इस परियोजना का बड़ा भाग पूरा कर दिया गया है. उधमपुर-कटरा (25 किमी) और बनिहाल–बारामूला (136 किमी) के बीच रेल सेवा पहले से शुरू कर दी गई है. कटरा-बनिहाल (111 किमी) के बीच बाकी भाग में कार्य तेज गति से चल रहा है. इस सेक्शन में पुलों तथा सुरंगों का कार्य किया जा रहा है. चिनाब नदी पर पुल आर्क ब्रिज होगा और ये 467 मीटर सिंगल आर्क तथा 359 मीटर ऊंचा होगा. साथ ही अंजी पर केबल स्टेड ब्रिज 687 मीटर लंबा होगा. भारतीय रेलवे पर अपनी तरह के अनूठे पुल होंगे. सुरंग संख्या टी-49 जो 12.5 किमी लंबी है, देश में सबसे लंबी परिवहन सुरंग होगी. कटरा-बनिहाल के बीच 111 किमी सेक्शन में 27 सुरंगें हैं जिनकी लंबाई 97 किमी है.