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अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, 30 हजार जवान तैनात

जम्मू कश्मीर में 29 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल और आर्मी के 30 हजार जवानों को तैनात किया गया है. जानकारी के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों को तीर्थयात्रा के मार्ग के दोनों और तैनात किया जाएगा.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
केशवानंद धर दुबे/जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 17 जून 2017,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST

अमरनाथ यात्रा पर क्या इस साल आतंक का खतरा पिछले सालों की अपेक्षा कुछ ज्यादा है. ख़ुफ़िया रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि आतंकी इस साल अमरनाथ यात्रियों पर ग्रनेड और IED से हमला कर सकते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा बलों ने आतंक के साये के बीच अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर तीसरी आख से नज़र रखने का फुलप्रूफ प्लान बनाया है. यानी इस साल जितना खतरा है उसी के हिसाब से सुरक्षा बलों की तैयारी अब अमरनाथ यात्रा के दौरान होगी अभेध सुरक्षा, चप्पे चप्पे पर होगा हाईटेक पहरा.

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जम्मू कश्मीर में 29 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल और आर्मी के 30 हजार जवानों को तैनात किया गया है. जानकारी के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों को तीर्थयात्रा के मार्ग के दोनों और तैनात किया जाएगा. अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करते हुए सुरक्षा बलों ने इस बार हाईटेक सुरक्षा के इंतजाम किए हैं.

बाबा बर्फानी के दर्शन हर साल लाखों भक्त यहां करने के लिए आते हैं बालटाल और पहलगाम से जाने वाली इस यात्रा को हर साल सुरक्षा दी जाती है. बता दें कि इस साल 8 जुलाई को हिजबुल आतंकी बुरहनवानी के एनकाउंटर का एक साल पूरा हो रहा है. साथ ही हाल ही में हिजबुल के दर्जन भर से ज्यादा आतंकी मारे गए है. ऐसे में ख़तरा बहुत ज्यादा है. जितना ख़तरा है सुरक्षा बलों ने उसी तरीके की सुरक्षा तैयारी कर रखी है. इस साल सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ ने हाईटेक सुरक्षा के इंतजाम किए हैं.

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बाबा बर्फ़ानी की यात्रा की सुरक्षा के लिए रहेगी तीसरी आंख की नज़र

ड्रोन से नज़र
बाबा बर्फ़ानी की यात्रा करने वाले यात्रियों पर ड्रोन से नज़र रखी जाएगी. यानी जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा बलों ने यात्रा को सुरक्षित करने का पूरा इंतजाम किया है. पूरी यात्रा के 20 से 25 ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा. ख़ुफ़िया रिपोर्ट ये है कि लश्कर और हिजबुल के आतंकियों के पास अमरनाथ यात्रा में बाधा डालने के लिए ग्रनेड और हथियारों की नई खेप पहुंच गई है, जिसमे चीनी ग्रनेड की संख्या भी काफ़ी है. संदिग्धो पर दूर से नज़र रखी जा सके इसीलिये ड्रोन की तैनाती की गई है.

पत्थरबाजों से निपटने का पूरा प्लान
अमरनाथ यात्रा के समय फूल बॉडी प्रोटेक्टर के साथ तैयार कमांडो को सीआरपीएफ की लेतपुरा अकेडमी श्रीनगर में ट्रेंड किया गया है. जहां पर जवानों को अमरनाथ यात्रा में अगर खलल डालने के लिए कोई स्टोन पेल्टिंग करता है तो उससे कैसे निपटना है उसके तरीके बताए गए हैं. फुल बॉडी प्रोटेक्टर के साथ जवानों को इस बार तैयार किया गया है.

लैंडमाइन प्रोटेक्टेड व्हीकल में आधुनिक कैमरे लगाए गए
अमरनाथ यात्रा के दौरान पत्थरबाजी और IED के खतरे की आशंका से निपटने के लिए सीआरपीएफ ने आधुनिक कैमरे लैंडमाइन वेहिकल में आगे पीछे दोनों तरफ लगा रखा है. गाड़ी जब भी अमरनाथ यात्रा के रास्ते मे चलेगी तो उस रास्तो में संदिग्धो पर नजर कैमरों इसे रखा जाएगा, साथ ही पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी.

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हाई टेक कट्रोल रूम यात्रा पर नज़र रखने के लिए बना
अमरनाथ यात्रा के लिए 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम भी सीआरपीएफ ने तैयार किया है इसके अलावा टोल-फ्री हेल्पलाइन 'मददगार' की भी शुरुआत की है. इस टोलफ्री नंबर से संकट की घड़ी में लोगों को मदद की जा सकेगी इसका हेल्पलाइन नंबर 14411 चौबीस घंटे काम करेगा और यात्रा के दौरान लोगों को चिकित्सा आपातकाल, प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं में भी मददगार साबित होगा.

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