
जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में शुक्रवार को फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. शुक्रवार को देर रात 11:01 को किश्तवाड़ में 3.2 की तीव्रता का भूकंप आया. किश्तवाड़ में एक दिन में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
इलाके में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. हालांकि, भूकंप से किसी भी हताहत होने की जानकारी सामने नहीं आई है. साथ ही शुक्रवार सुबह जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ और डोडा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. वहीं, इससे पहले गुरुवार को हिमाचल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
क्यों और कैसे आता है भूकंप
वैज्ञानिक रूप से समझने के लिए हमें पृथ्वी की संरचना को समझना होगा. पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है. इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पर टेक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं. कई बार ये प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं. बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है. जब इससे डिस्टर्बेंस बनता है तो इसके बाद भूकंप आता है.
कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता
भूकंप को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है. रिक्टर स्केल भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना होता है, इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. ये स्केल भूकंप के दौरान धरती के भीतर से निकली ऊर्जा के आधार पर तीव्रता को मापता है.