
जम्मू-कश्मीर में रविवार सुबह 10 बजकर 27 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.9 की रही और इसका केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा क्षेत्र रहा. भूकंप में किसी तरह के नुकसान के खबर नहीं है. जैसे ही लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए तो वह तुरंत घरों से बाहर निकले. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान ताजिकिस्तान सीमा क्षेत्र रहा और इसकी गहराई 220 किमी की रही.
इससे पहले 30 अप्रैल, 2023 को भी जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, तब भूकंप सुबह पांच बजकर 15 मिनट पर आया था और रिक्टर स्केल पर भूकंप तीव्रता 4.1 मापी गई थी. इस दौरान भी किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था.
धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं. ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं. जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं. एकदूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है. इसे ही भूकंप कहते हैं. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं. जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं. रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होती है. भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपीसेंटर से नापा जाता है. यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है. 1 यानी कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है.