
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान और बाद में हुए एक धमाके में सात नागरिकों की मौत हो गई. इसके बाद सुरक्षा बलों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प देखने को मिली, जिसमें 40 से ज्यादा नागरिक घायल हो गए.
वहीं, रविवार को सेना, CRPF और पुलिस ने संयुक्त अभियान में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया. हमले में सेना के 2 जवान भी जख्मी हो गए.
इन आतंकियों के पास भारी मात्रा में गोला-बारूद था. जिस घर में आतंकी छिपे थे, उसमें कई धमाके हुए. एनकाउंटर स्थल पर सात नागरिकों की मौत से पुलिस और राजनेता भी दुखी है.
ये मुठभेड़ आज तड़के कुलगाम के लर्रू इलाके में हुआ. कुलगाम के एसएसपी हरमीत सिंह ने इंडिया टुडे को बताया कि मारे गये आतंकियों में 2 पाकिस्तानी और एक स्थानीय है. ये सभी आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए हैं. इनमें एक की पहचान पाकिस्तान के अबु माज के रूप में हुई है. ये आतंकी चार साल से यहां सक्रिय था.
सेना के सूत्रों के मुताबिक इस जगह पर एक घर में तीन से चार आतंकियों के छिपे होने की खबर थी. वहीं खबर मिली है कि इस ऑपरेशन के दौरान 12 स्थानीय लोग भी घायल हुए हैं. दरअसल मुठभेड़ खत्म होते ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर जाने की जिद करने लगे. हालांकि सेना ने उन्हें समझाया कि वे वहां नहीं जाएं क्योंकि जिस घर में आतंकी छुपे थे वहां पर सेना के ऑपरेशन के बाद आग लगी हुई थी.
सेना ने स्थानीय लोगों को बताया कि आतंकी भारी मात्रा में विस्फोटक लेकर आए हैं, जिसे डिफ्यूज करना बाकी था. आर्मी सूत्रों के मुताबिक स्थानीय लोगों ने सेना की हिदायत को नजरअंदाज कर दिया और घटनास्थल पर चले गये. इस दौरान वहां मौजूद विस्फोटक में ब्लास्ट हो गया. इस वजह से 12 लोग जख्मी हो गये. बाद में इनमें से पांच लोगों की मौत हो गई.
हादसे में मोहम्मद उबैद नाम के एक स्थानीय शख्स के मौत की भी खबर है. घायलों का अनंतनाग के स्थानीय अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा है.