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EXCLUSIVE: कश्मीर घाटी में आतंकियों की कमर टूटी, इस साल 200 ढेर

कश्मीर घाटी में भारतीय सेना की कार्रवाई में इस साल मारे गए आतंकियों का आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया है. सेना ने साल 2017 में घाटी से आतंकियों का सफाया करने के लिए ऑपरेशन की शुरुआत की थी.

फाइल फोटो - रॉयटर्स फाइल फोटो - रॉयटर्स
राम कृष्ण/मंजीत नेगी
  • श्रीनगर,
  • 14 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 7:43 AM IST

सेना ने कश्मीर घाटी में आतंकियों की कमर तोड़कर रख दी है. मंगलवार को कश्मीर घाटी के केरन सेक्टर में दो और आतंकियों के खात्मे के साथ भारतीय सेना की कार्रवाई में इस साल मारे गए दहशतगर्द आतंकियों का आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया है. अभी साल 2018 को खत्म होने में डेढ़ महीने का समय बाकी है और सेना का ऑपरेशन भी जारी है.

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सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे गए आतंकवादी लश्कर-ए-तैय्यबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद के हैं. इस साल भारतीय सेना की कार्रवाई में लश्कर-ए-तैय्यबा के 33 फीसदी आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि हिज्बुल के 40 फीसदी से ज्यादा आतंकी ढेर हुए हैं. इसके अलावा सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के 50 फीसदी आतंकियों को ठिकाने लगाया है.

आतंकियों के खात्मे के लिए सेना ने अपनाई ये रणनीति

इस साल सेना की कार्रवाई में मारे गए इन आतंकियों में सीमा पार से घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के साथ ही स्थानीय आतंकवादी भी शामिल हैं. सेना ने घाटी से आतंकियों के सफाया के लिए साल 2017 में ऑपरेशन ऑल आउट शुरू किया था. इस दौरान सेना ने आतंकियों के खिलाफ दोतरफा रणनीति अपनाई. सेना ने पहली रणनीति विदेशी आतंकियों से निपटने के लिए और दूसरी रणनीति स्थानीय आतंकियों से निपटने के लिए बनाई.

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सरकार और सुरक्षा बलों ने पेश की मानवता की मिसाल

इस बीच सरकार और सुरक्षा बलों का मानवीय पहलू भी देखने को मिला. रमजान के पवित्र महीने में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियानों को सुरक्षा बलों की तरफ से रोक दिया गया. साथ ही अमरनाथ यात्रा के लिए भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. स्थानीय आतंकियों को किसी भी समय अपने परिवार के पास लौटने और मुख्यधारा में आने का प्रस्ताव दिया गया.

इन आतंकियों का सफाया करने में मिली बड़ी कामयाबी

मार्च 2018 में सेना को अबू मतीन और अबू हमास का खात्मा करने में बड़ी कामयाबी मिली. एक अप्रैल 2018 को सुरक्षा बलों ने शोपियां में समीर अहमद भट उर्फ समीर टाइगर को भी मार गिराया. इसके बाद मई, जून और जुलाई के महीने में समीर पड्डार, अबु कासिम और अबु माविया जैसे खूंखार आतंकियों का खात्मा कर दिया.

अक्टूबर के महीने में सेना ने 27 आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई. इसमें मन्नान वानी, मेहराजुद्दीन बांगरू और सब्जार अहमद सोफी शामिल हैं. कश्मीरियों को अशांति की राह पर ले जाने के पीछे पाकिस्तान है. वह सीमापार से आतंकियों को भेजने के साथ ही कश्मीर में दहशतगर्दी को अंजाम देता है.

किन संगठनों के कितने आतंकियों हुए ढेर....

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(1) हिज्बुल मुजाहिदीन - 49

(2) लश्कर-ए-तैय्यबा - 53

(3) जैश-ए-मोहम्मद - 32

(4) असांर गजवत उल-ए-हिंद - 03

(5) तहरीक-ए-मुजाहिदीन/तहरीक-उल-मुजाहिदीन - 06

(6) अल बद्र - 02

(7) अज्ञात - 54

(8) विदेशी आतंकवादी - 43

(9) स्थानीय आतंकवादी - 102

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