
जम्मू कश्मीर में गुरुवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के साथ धक्का-मुक्की का मामला सामने आया है. फारूक अब्दुल्ला के साथ श्रीनगर में ज्येष्ठा देवी मंदिर के बाहर कश्मीरी पंडितों ने धक्का मुक्की की है. दरअसल, देशभर में रहने वाले कश्मीरी पंडित फिलहाल घाटी में कुछ प्रमुख धार्मिक मंदिरों की सालाना यात्रा के लिए पहुंचे हैं.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला मंगलवार को ज्येष्ठा देवी मंदिर में कश्मीरी पंडितों से मिलने पहुंचे थे, लेकिन फारूक अब्दुल्ला के मंदिर परिसर में पहुंचते ही कश्मीरी पंडितों ने 'मोदी-मोदी' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाने शुरू कर दिए. इस घटना के बाद फारूक अब्दुल्ला को न सिर्फ लोगों को संबोधित किए बिना वापस जाना पड़ा बल्कि कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उन्हें मंदिर में घुसने भी नहीं दिया गया. कश्मीरी पंडित फारूक अब्दुल्ला से घाटी से उनको हटाए जाने के बारे में सवाल पूछ रहे थे.
ज्येष्ठा देवी मंदिर में कश्मीरी पंडित हर साल पूजा के लिए जमा होते हैं. मंगलवार को भी सभी कश्मीरी पंडित पूजा करने के लिए ज्येष्ठा देवी मंदिर पहुंचे थे. इस मौके पर फारूक अब्दुल्ला भी मंदिर पहुंचने वाले थे, लेकिन अब्दुल्ला के पहुंचने से पहले ही वहां कश्मीरी पंडितों का समूह एकत्रित हो गया. इसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल थे. फारूक अब्दुल्ला के वहां पहुंचते ही कश्मीरी पंडित भड़क गए और नारेबाजी करने लगे. फारूक अब्दुल्ला उन्हें समझाते रहे कि वह जो कहना चाहते हैं पहले उसे सुन लिया जाए, लेकिन अब्दुल्ला को बिना संबोधित किए ही वापस लौटना पड़ा.
ज्येष्ठा देवी मंदिर कश्मीर घाटी के पास है. यहां हर साल लाखों कश्मीरी पंडित पूजा करने के लिए आते हैं. कश्मीरी पंडित लंबे समय से घाटी में वापसी की मांग कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कश्मीरी पंडितों के मुद्दे को लगातार उठाती रही है. जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस इस पर खुलकर बोलने से बचती रही है.