
जम्मू संभाग के पुंछ जिले में गुरुवार को आतंकियों ने सेना के वाहन को निशाना बनाकर करीब फायरिंग की और ग्रेनेड दागे थे, हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के 5 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि एक जवान घायल हुआ है. इस हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम इस हमले की निंदा करते हैं. साथ ही कहा कि जब तक हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे, पाकिस्तान की ओर से इस तरह के आतंकी हमले होते रहेंगे.
अब्दुल्ला ने कहा कि अगर भारत सरकार दावा करती है कि कश्मीर में सब ठीक है, तो चुनाव क्यों नहीं कराते क्यों राज्य का दर्जा बहाल नहीं करते. उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद सार्क देशों को भी एक्टिव रहने की जरूरत है.
20 अप्रैल 2023 को दोपहर 3 बजे आतंकियों ने बारिश और कम विजिबिलिटी का फायदा उठाते हुए सेना की गाड़ी पर हमला कर दिया. घात लगाकर बैठे आतंकियों ने सेना के ट्रक पर गोलियां चलाईं, ग्रेनेड फेंक दिए. इससे उसमें आग लग गई. इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे. हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद का समर्थित पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली है. यह संगठन आर्टिकल-370 हटने के बाद चर्चा में आया था.
सेना ने एक बयान जारी कर बताया कि ये हमला राजौरी सेक्टर में भीमबर गली और पुंछ के बीच सेना के ट्रक पर हुआ. आतंकियों ने भारी बारिश और कम विजिबिलिटी का फायदा उठाते हुए सेना के ट्रक पर गोलीबारी कर दी. इस हमले के बाद ट्रक में आग लग गई. सेना ने आतंकियों की ओर से ग्रेनेड अटैक के कारण गाड़ी में आग लगने की आशंका जताई. इस हमले में 5 जवान शहीद हुए थे. इसमें हवलदार मनदीप सिंह, लांस नायक देबाशीष बसवाल, लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकृष्ण सिंह और सिपाही सेवक सिंह शामिल हैं. ये सभी राष्ट्रीय राइफल्स के जवान थे. सूत्रों का कहना है कि सेना के वाहन में राशन के साथ ही एफओएल (ईंधन, तेल और लुब्रीकेंट) भी था. इसी वजह से हमले के दौरान भीषण आग लग गई.
जी-20 समिट के तहत लेह में 26 से 28 अप्रैल और श्रीनगर में 22 से 24 मई को बैठक आयोजित होनी हैं. बताया जा रहा है कि श्रीनगर में होने वाली G-20 बैठक को लेकर ही PAFF इसे आगबबूला था. आतंकी संगठन ने इसे लेकर चेतावनी भी दी थी. श्रीनगर और लेह में होने वाली इस बैठक पर पाकिस्तान ने भी आपत्ति जताई थी. इस हमले को अंजाम देने के पीछे आतंकियों का उद्देश्य कश्मीर को अशांत और असुरक्षित बताना भी हो सकता है.
भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत बंद है. इसी बीच एक बड़ा घटनाक्रम ये भी सामने आया है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री 4-5 मई को गोवा में होने वाली SCO समिट में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत आएंगे. बिलावल से पहले 2011 में पाकिस्तान की तत्कालीन विदेश मंत्री हीना रब्बानी खार भारत आईं थीं. भारत की ओर से जनवरी में SCO के सभी सदस्य देशों के साथ पाकिस्तान के विदेश मंत्री को भी बैठक में भाग लेने के लिए न्योता भेजा गया था. मई में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता भारत कर रहा है.
पिछले आठ वर्षों में भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते काफी खराब हुए हैं. अगस्त 2015 में भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज को भारत आने का निमंत्रण दिया था. भारत के तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अजीज को भारत में हुर्रियत नेताओं से मिलने से परहेज करने के लिए कहा था जिसके बाद पाकिस्तान ने दौरा रद्द कर दिया था.
वहीं, पाकिस्तान का दौरा करने वाली अंतिम भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज थीं. दिसंबर 2015 में इस्लामाबाद में हार्ट ऑफ एशिया (Heart of Asia) सम्मेलन में शामिल होने के लिए स्वराज पाकिस्तान गईं थीं. उसके बाद पठानकोट (जनवरी 2016), उरी (सितंबर 2016) और पुलवामा (फरवरी 2019) में हुए आतंकवादी हमलों से दोनों देशों के बीच रिश्ते और खराब हो गए.
ये भी देखें