Advertisement

Gagangir Terror Attack: 'खाना खाने के लिये मेस में जमा हुए थे वर्कर, अचानक 3 आतंकियों ने कर दी फायरिंग', गांदरबल हमले की आंखों देखी

Gagangir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में हुए आतंकी हमले के बाद प्रत्यक्षदर्शियों का बयान आया है. उन्होंने बताया है कि आतंकी हमले के वक्त सभी वर्कर मेस में खाना खाने के लिये जमा हुए थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
अशरफ वानी/कमलजीत संधू
  • श्रीनगर,
  • 21 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 9:17 AM IST

रात के करीब 8.30 बज रहे होंगे. खाने का वक्त हो चला था, इसलिये टनल पर काम कर रहे सभी वर्कर खाना-खाने के लिये मेस में इकट्ठा हुए थे. खाने की तैयारी अभी चल ही रही थी कि अचानक 3 हथियारबंद आतंकी वहां पहुंच गये और वहां मौजूद वर्कर्स पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता आतंकियों ने चुन-चुनकर वर्कर्स को निशाना बनाना शुरू कर दिया. इस फायरिंग में दो गाड़ियां भी जलकर खाक हो गईं.

Advertisement

यह कहना है जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकी हमले का सामना करने वाले प्रत्यक्षदर्शियों का. इस आतंकी हमले में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें एक स्थानीय डॉक्टर भी शामिल है. अटैक में 5 टनल वर्कर गंभीर रूप से घायल हुये हैं, जिनका श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SKIMS) में इलाज चल रहा है.

यूपी की कंपनी कर रही थी काम

बता दें कि आतंकियों ने जिन वर्कर्स पर हमला किया गया है, वे सोनमर्ग की जेड मोड़ सुरंग पर काम कर रही टीम का हिस्सा थे. यह टनल मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले की गगनगीर घाटी को सोनमर्ग से जोड़ती है. इस टनल का काम उत्तर प्रदेश की एप्को नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है. दरअसल, टनल को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, इसलिये यहां पर जोर-शोर से काम चल रहा था.

Advertisement

आतंकियों ने इन्हें बनाया शिकार

1. गुरमीत सिंह (गुरदासपुर पंजाब)
2. डॉ. शाहनवाज 
3. अनिल कुमार शुक्ला
4. फहीम नजीर
5. शशि अबरोल
6. मोहम्मद हनीफ
7. कलीम

फायरिंग में घायल हुये ये वर्कर

1. इंदर यादव (35) वर्ष, निवासी बिहार (मजदूर)
2. मोहन लाल उम्र (45), निवासी कठुआ (मजदूर)
3. मुश्ताक अहमद लोन (25), निवासी प्रेंग
4. इश्फाक अहमद भट (30), निवासी सफापोरा
5. जगतार सिंह (36), निवासी कठुआ

TRF ने दिया हमले को अंजाम!

सूत्रों का कहना है कि इस हमले को लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने अंजाम दिया है और टेरर अटैक से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आतंकी कुछ दिन पहले घुसपैठ करके गुरेल से होते हुए गंगबल पहुंचे होंगे. उन आतंकियों को बताया गया होगा कि यहां कंस्ट्रक्शन कंपनी के कई मजदूर और इंजीनियर काम कर रहे हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement