
लगभग दो महीने बाद कश्मीर में कर्फ्यू पूरी तरह हटा लिया गया. हालांकि घाटी में ज्यादातर इलाकों में से कर्फ्यू दो दिन पहले ही हटाया जा चुका था, लेकिन कुछ जगहों पर हिंसक घटनाएं होने की वजह से कर्फ्यू जारी था.
हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के खात्मे के बाद से घाटी में हालात बहुत बिगड़ गए थे और उसके बाद से यहां लगातार कर्फ्यू लगा हुआ था. बेशक अब कर्फ्यू तो हटा लिया गया है, लेकिन धारा 144 अब भी लागू है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 'पूरी घाटी से कर्फ्यू हटा लिया गया है. लेकिन धारा 144 के तहत एक साथ 5 या इससे ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक जारी रहेगी.'
एक और प्रदर्शनकारी की मौत
इस बीच, बारामूला के लडूरा इलाके में सुरक्षाबलों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़पे में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और 5 घायल हो गए.
नौहाटा में फेंके गए पत्थर, सोपोर में झड़प
पुराने शहर में नौहाटा समेत कुछ जगहों पर पत्थर फेंकने और हिंसक झड़प की घटनाएं भी हुईं, जबकि यहां पर कर्फ्यू नहीं है. पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद यहां हालात को काबू करने के लिए सुरक्षाबलों को तैनात
किया गया. उत्तरी कश्मीर के सोपोर और तेंगपुरा में भी कई जगह झड़प हुई हैं.
कर्फ्यू हटाए जाने के बाद यहां सड़कों पर निजी गाड़ियां तो देखीं लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट अब भी बाधित ही है. घाटी में 9 जुलाई से शुरू हुई हिंसा में 70 से ज्यादा लोग मारे गए और लगभग 11 हजार घायल हुए.