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गुलाम नबी आजाद 10 दिन में करेंगे नई पार्टी का ऐलान, धारा-370 पर कही ये बात

कांग्रेस छोड़ने के बाद जम्मू-कश्मीर में नई सियासी राह बनाने में जुटे गुलाम नबी आजाद का कहना है कि वो 10 दिन के भीतर अपनी नई पार्टी का ऐलान कर देंगे. वहीं संविधान के अनुच्छेद-370 को लेकर भी उन्होंने बड़ा बयान दिया है.

गुलाम नबी आजाद (Photo : PTI) गुलाम नबी आजाद (Photo : PTI)
अशरफ वानी
  • श्रीनगर,
  • 11 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:29 PM IST

जम्मू में अपनी नई राजनीति का बिगुल बजाने के बाद कांग्रेस से अलग हुए गुलाम नबी आजाद ने बारामुला से अपने 'मिशन कश्मीर' की शुरुआत कर दी है. बारिश के बीच एक जनसभा को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वो अगले 10 दिन में अपनी नई पार्टी का ऐलान कर देंगे. इसी के साथ उन्होंने जम्मू-कश्मीर से जुड़े अनुच्छेद-370 को लेकर भी एक बड़ी बात कही है.

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गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा कि वो 10 दिन के अंदर अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर देंगे. इस पार्टी की विचारधारा 'आजाद' होगी. केन्द्र शासित प्रदेश बनने से पहले जम्मू-कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी का मुख्य एजेंडा जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाना रहेगा. साथ ही उनकी पार्टी यहां के लोगों को रोजगार और भूमि अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करती रहेगी.

अनुच्छेद-370 पर कही ये बात

गुलाम नबी आजाद ने संविधान के अनुच्छेद-370 को लेकर भी एक अहम बात कही. उन्होंने कहा-मुझ पर आरोप लगता है कि मैं विपक्ष का नेता होने के नाते अनुच्छेद-370 को वापस लागू नहीं करवा सकता, मेरे पास संसद में संख्याबल कहां से आएगा? मैं राजनीतिक लाभ के लिए कभी लोगों को बेवकूफ नहीं बनाता, मैं कभी उस बात का वादा नहीं करता जो मेरे लिए संभव नहीं. 

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जम्मू में बड़ी रैली करने के बाद बारामुला में रैली कर गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर में अपनी नई पारी का आगाज किया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर हमेशा पीड़ित रहा. आजादी से पहले बाहरी ताकतों की वजह से और आजादी के बाद अंदरूनी राजनीति के चलते, जबकि राज्य के लोग हमेशा देश के साथ खड़े रहे. 

मेरी पार्टी की विचारधारा 'आजाद'

अपनी पार्टी के एजेंडा के बारे में गुलाम नबी आजाद ने कहा- मेरी पार्टी 'आजाद' होगी. मेरे कई साथियों ने सुझाव दिया कि मैं पार्टी का नाम 'आजाद' रख लूं. मैंने कहा कभी नहीं, लेकिन इसकी विचारधारा स्वतंत्र होगी, जो किसी और के साथ ना तो जुड़ेगी और ना ही विलय करेगी. मेरी मौत के बाद ये हो सकता है, लेकिन मेरे जीते जी नहीं.

आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर के विकास पर ध्यान देगी. लोगों को रोजगार के अवसर दिलाना इसका एजेंडा होगा. गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.

(एजेंसी के इनपुट के साथ)

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