
जम्मू- कश्मीर के हैदरपोरा में हालिया मुठभेड़ को लेकर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने नाराजगी जाहिर की है. महबूबा ने कहा- यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हैदरपोरा मुठभेड़ में 3 नागरिक मारे गए हैं. उन्हें आतंकियों का ओवर ग्राउंड वर्कर करार दिया गया है जबकि उनके ओजीडब्ल्यू होने का कोई सबूत नहीं है. यह कैसा एनकाउंटर है कि 1 आतंकवादी मारा गया है और 3 नागरिक भी मारे गए हैं. मृत नागरिक में से एक की बेटी का कहना है कि उसके पिता को ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जाता था.
महबूबा ने कहा- मोदी सरकार गलती कर रही है. वह सैन्य ताकत से कश्मीरियों का मुंह नहीं बांध सकते. उन्होंने कहा मैं इस मामले में पाकिस्तान की आलोचना कैसे कर सकती हूं. हमारे नागरिक मारे गए हैं. मैं अपने अधिकारियों से पूछताछ करूंगी. साथ ही महबूबा मुफ्ती ने हैदरपोरा मुठभेड़ की न्यायिक जांच की भी मांग की.
इसके अलावा महबूबा ने कहा- मैं करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने का स्वागत करती हूं. यह एक अच्छा फैसला है. सिख समुदाय के लोग अब करतारपुर जा सकते हैं. पीओके पर भी शारदापीठ खोली जाए ताकि कश्मीरी पंडित वहां जा सकें.
इधर, जम्मू- कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुल्ला ने भी एनकाउंटर को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा- हैदरपोरा में हालिया मुठभेड़ की निष्पक्ष और विश्वसनीय जांच जरूरी है. मुठभेड़ और मारे गए लोगों के बारे में बहुत सारे सवाल उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा- पहले भी फर्जी मुठभेड़ों के कई मामले सामने आए हैं और इस एनकाउंटर के बारे में उठाए गए सवालों के तेजी से और विश्वसनीय तरीके से जवाब दिए जाने की जरूरत है.