
2010 बैच के UPSC टॉपर IAS शाह फैसल के ट्वीट पर अभी बवाल खत्म नहीं हुआ है. रेपिस्तान को लेकर किए गए ट्वीट पर उनके खिलाफ राज्य सरकार ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की है. अब फैसल के कुछ पुराने ट्वीट भी सामने आए हैं, जिसमें उन्होंने भारत सरकार का कड़ा विरोध किया है.
कार्मिक मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो शाह फैसल इससे पहले भी नियम तोड़ते आए हैं, ये कोई पहला ट्वीट नहीं है. उनके कई ट्वीट ऐसे हैं जो सर्विस नियमों का उल्लंघन करते हैं, इसलिए राज्य सरकार के द्वारा कार्रवाई होना जरूरी था.
2 जून को किए गए एक ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि कश्मीरियों को जज करने से पहले लोगों को खुद सोचना चाहिए कि पिछले 30 साल में कश्मीरियों पर क्या बीती है. अगर ऐसा ही किसी अन्य समाज के साथ होता तो क्या होता. वहीं 20 मई को किए गए ट्वीट में उन्होंने लिखा कि अगर IAS कैडर को लेकर नई पॉलिसी लागू की घई तो IAS बदलकर ICS हो जाएगा, यानी इंडियन चमचा सर्विस.
क्या है पूरा मामला?
बढ़ती बलात्कार की घटनाओं के संबंध में ट्वीट करने वाले 2010 बैच के यूपीएससी परीक्षा के टॉपर शाह फैसल के खिलाफ जम्मू-कश्मीर सरकार ने अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर ही है. फैसल ने ट्वीट में लिखा था- पितृसत्ता+जनसंख्या+निरक्षरता+शराब+पॉर्न+तकनीक+अराजकता=रेपिस्तान.
फैसल को भेजे गये एक नोटिस में सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा है कि आप कथित रूप से आधिकारिक कर्तव्य निभाने के दौरान पूर्ण ईमानदारी और सत्यनिष्ठा का पालन करने में असफल रहे हैं. यह एक लोक सेवक के लिए उचित व्यवहार नहीं है.
विभाग ने केन्द्र के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के अनुरोध पर फैसल के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. फैसल ने कई महीने पहले ये ट्वीट किया था. नोटिस मिलने के बाद फैसल ने आधिकारिक पत्र को ट्विटर पर पोस्ट किया है और कार्रवाई का विरोध किया है. उन्होंने लिखा- 'दक्षिण एशिया में बलात्कार के चलन के खिलाफ मेरे व्यंग्यात्मक ट्वीट के एवज में मुझे मेरे बॉस से प्रेम पत्र मिला.'