
देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव मना रहा है. भारतीय सेना ने भी आजादी के 75वें साल में भारतीय सेना ने भी जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में अपने अंदाज में जश्न मनाया. सेना ने गुलमर्ग में सौ फीट ऊंचा तिरंगा फहराया है. मंगलवार को गुलमर्ग में आयोजित एक कार्यक्रम में सौ फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज को समर्पित किया गया. इस समारोह की अध्यक्षता उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने की.
लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों के परिजनों को भी सम्मानित किया. श्रीनगर के रक्षा प्रवक्ता कर्नल एमरॉन मुसावी ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल जोशी ने इस कार्यक्रम में राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले सिविल सोसाइटी के कुछ सदस्यों को भी सम्मानित किया. सेना के कमांडर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह झंडा उन अनगिनत कश्मीरियों को श्रद्धांजलि है जिन्होंने देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया.
गौरतलब है कि गुलमर्ग नियंत्रण रेखा के समीप स्थित उन स्थानों में से एक है जहां से पाकिस्तानी सैनिकों ने 1965 में घुसपैठ की थी. तब एक युवा चरवाहे मोहम्मद दीन ने पाकिस्तानी सैनिकों की गतिविधियों की जानकारी सुरक्षाबलों को दी थी. मोहम्मद दीन की ओर से जल्दी जानकारी दिए जाने के कारण सुरक्षाबलों को काफी सहायता मिली थी और इसकी वजह से पाक के नापाक मंसूबे नाकामयाब करने में सेना को काफी सहायता मिली थी.
बता दें कि गुलमर्ग जम्मू कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. प्रकृति की गोद में सुंदर और स्वास्थ्यप्रद परिवेश में स्थित स्मारक भी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहा है. अब इस स्मारक पर रिकॉर्ड समय में तैयार हुआ सौ फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज भी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र और सेल्फी प्वाइंट बनकर उभरेगा.