
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पंचायत और शहरी निकायों के चुनाव शांतिपूर्ण निपट जाने पर राहत की सांस ली है. इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य में आतंकवाद के हालातों पर चर्चा की.
डीजीपी ने बताया कि पाकिस्तान से प्रायोजित आतंकवादी लगातार घुसपैठ कर रहे हैं और आतंकी समूहों में शामिल होने के लिए युवाओं को भी लुभा रहे हैं. इनके खिलाफ पुलिस के ऑपरेशन को बड़ी सफलता मिल रही है. इस बार एक साल में 257 आतंकवादियों को पुलिस ने मार गिराया है जो एक रिकॉर्ड है.
डीजीपी ने आगे बताया कि जैश और ऐसे ही अन्य ग्रुपों की लीडरशिप को समाप्त किया जा चुका है. इससे हताश होकर आतंकवादी अब आम नागरिक और पुलिसवालों को निशाना बना रहे हैं. डीजीपी ने आगे कहा कि नशीले पदाथों के खिलाफ भी इस साल सफलतापूर्वक कार्रवाई की गई.पुलिस ने 28 किलो हेरोइन जब्त की है. डीजीपी ने आतंकवादियों की स्थिति पर बात करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में इस समय 250 से 300 आतंकवादी एक्टिव हैं.
गौरतलब है कि सितंबर 2018 में जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख एसपी वैद को अचानक उनके पद से हटा कर सूबे के जेल महानिदेशक दिलबाग सिंह को डीजीपी का अस्थायी चार्ज दिया गया था. सिंह 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.