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जम्मू-कश्मीर: आतंकी संगठन TRF के 4 मददगार अरेस्ट, ग्रेनेड हमलों में थे शामिल

श्रीनगर पुलिस ने टीआरएफ के चार आतंकियों के साथियों को गिरफ्तार किया है. ये आतंकी श्रीनगर में ग्रेनेड हमलों में शामिल थे और टीआरएफ के सक्रिय आतंकवादियों को रसद सहायता प्रदान करते थे. इनके पास से विस्फोटक व गोला बारूद बरामद किया गया. इन आतंकियों के मददगारों के खिलाफ UAPA की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

श्रीनगर पुलिस ने टीआरएफ के चार आतंकियों के साथियों को किया गिरफ्तार श्रीनगर पुलिस ने टीआरएफ के चार आतंकियों के साथियों को किया गिरफ्तार
सुनील जी भट्ट
  • श्रीनगर,
  • 15 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:46 PM IST

श्रीनगर पुलिस ने टीआरएफ के चार आतंकियों के साथियों को गिरफ्तार किया है. ये आतंकी श्रीनगर में ग्रेनेड हमलों में शामिल थे और टीआरएफ के सक्रिय आतंकवादियों को रसद सहायता प्रदान करते थे. इनके पास से विस्फोटक व गोला बारूद बरामद किया गया. 

इन आतंकियों के खिलाफ UAPA की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इससे पहले बीते दिन यानी सोमवार को भी जम्मू के फलियां मंडल इलाके में एक संदिग्ध बैग मिलने से हड़कंप मच गया था. बैग के सामने आते ही तुरंत बम निरोधक दस्ता बुलाया गया था. इलाके को चारों तरफ से घेर लिया गया था और सर्च ऑपरेशन चलाया गया. 

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कुछ दिन पहले पुलिस ने बरामद की थी हथियारों की खेप

बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस को कुछ दिनों पहले भी ऐसी ही बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी. 8 नवंबर की रात थाना त्रिकुटा नगर की पुलिस नेशनल हाइवे पर ट्रैफिक हटाने की कोशिश कर रही थी. तभी नरवाल में एक ट्रक को आगे बढ़ने के लिए कहा गया. ये ट्रक आगे तो बढ़ गया लेकिन थोड़ा चलने के बाद फिर से एनवायरनमेंट पार्क के पास रुक गया. पेट्रोलिंग करने वाली पुलिस ने जब फिर उसे आगे बढ़ने को कहा तो ड्राइवर ने यू-टर्न लिया और ट्रक को फिर से शुरुआती बिंदु यानी नरवाल पर रोक दिया. इस बार इलाके में भीड़ कम करते हुए देखा गया कि यह वही ट्रक है जिसे पहले भी आगे बढ़ने के लिए कहा गया था. पूछताछ करने पर ट्रक ड्राइवर ने संतोषजनक जवाब देने की बजाय अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर पुलिस से ही हाथापाई कर दी. 

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आतंकी कनेक्शन का खुलासा

इस पर ड्राइवर को दो साथियों के साथ थाने ले जाया गया और थाने में FIR दर्ज की गई. FIR दर्ज करने के बाद ड्राइवर मो. यासीन, फरहान फारूक और फारूक अहमद को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद जब पुलिस ने तीनों का बैकग्राउंड चेक करवाया तो पता चला कि ट्रक का ड्राइवर अवंतीपुर में एक ULAP मामले में शामिल था. संबंधित पुलिस स्टेशन की रिपोर्ट के अनुसार वह JeM का करीबी सहयोगी भी है. पुलिस ने फिर इस मामले में उससे दोबारा पूछताछ की. साथ ही उसके आतंकियों से कोई संबंध तो नहीं हैं इस पहलू पर भी पूछताछ की.

लगातार पूछताछ के बाद ड्राइवर मोहम्मद यासीन ने खुलासा किया कि वे जैश-ए-मोहम्मद के एक हैंडलर शाहबाज के इशारे पर हथियार लेने जम्मू आए थे, जो पाकिस्तान में है और उसे घाटी में एक आतंकवादी को सौंपने के लिए कहा गया था. उसने यह भी कबूल किया कि उसने तेल टैंकर में हथियारों और गोला-बारूद की एक खेप छिपाई थी. इस पर एक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में टैंकर की फिर से तलाशी ली गई और उसके पास से 3 AK-56 राइफल, एक पिस्टल, 9 मैगजीन, 191 राउंड गोला बारूद, 6 ग्रेनेड बरामद हुए. इस मामले में जम्मू पुलिस के लगातार प्रयास से 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिसमें 2 आतंकवादी सहयोगी शामिल हैं और हथियारों और गोला-बारूद की भारी खेप की बरामदगी हुई.

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