
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में झेलम नदी पर पुल का निर्माण कार्य 7 साल से ठप पड़ा हुआ था. वजह थी पुल के निर्माण में नदी के किनारे स्थित एक मस्जिद का होना. इसके कारण निर्माण में बाधा आ रही थी. मस्जिद के कारण उत्पन्न इस विवाद को आपसी सहमति से सुलझा लिया गया है.
जानकारी के अनुसार श्रीनगर के कमरवारी इलाके में झेलम नदी पर पुल का निर्माण कार्य 7 साल से ठप पड़ा था. आपसी सूझबूझ से मस्जिद को हटाने का निर्णय लिया गया, जिससे झेलम नदी पर पुल के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. श्रीनगर के डिप्टी कमिश्नर शाहिद चौधरी ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
आम लोगों ने कहा कि नदी पर बनने वाला पुल काफी महत्वपूर्ण था, जिसकी वजह से यह निर्णय लिया गया. लोगों का कहना है कि मस्जिद का निर्माण किसी अन्य स्थान पर भी कराया जा सकता है. पुल और इसे जोड़ने वाली सड़क के रास्ते में आने वाली मस्जिद को दूसरी जगह लेने का फैसला लिया गया. लोगों की इस पहल की हर तरफ सराहना की जा रही है. वहीं इसे विकास से जुड़े अन्य कार्यों की राह में बाधा बन रहे धार्मिक स्थलों को भी अन्य स्थान पर हटाने के लिए प्रेरक भी बताया जा रहा है.