
जम्मू-कश्मीर के रियासी में अज्ञात लोगों द्वारा कथित रूप से एक मंदिर में तोड़फोड़ के मामले में तीन और आरोपियों को हिरासत में लिया है. इस घटना के खिलाफ रविवार को स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन भी किया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि रियासी जिले में एक पूजा स्थल में कथित तोड़फोड़ के सिलसिले में पुलिस ने तीन और आरोपियों को हिरासत में लिया है. उन्होंने बताया कि शनिवार शाम को धर्मारी के एक गांव में एक विजिटर ने पूजा स्थल को क्षतिग्रस्त स्थिति में पाया था. इसके बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया और लोगों ने इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन भी किया.
SIT करेगी मामले की जांच
इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की कर उन्हें गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया.
पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि रविवार तक इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, रविवार और सोमवार की दरमियानी रात को तीन और संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. इस मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए लोगों की कुल संख्या 15 हो गई है.
उन्होंने कहा कि एसआईटी मामले को सुलझाने के लिए अलग-अलग पहलुओं पर काम कर रही है और लोगों से कानून व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध कर रही है.
रियासी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने लोगों से शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपनी अपील की और आश्वासन दिया कि पुलिस मामले को जल्द-से-जल्द सुलझाने और दोषियों का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने मीडिया से कहा, "मामले में शामिल पाए जाने वालों पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. जबकि जिला प्रशासन ने ऐसी घटनाओं के खिलाफ निवारक के रूप में काम करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए सभी मंदिरों की एक सूची तैयार करने का फैसला किया है."
स्थानीय लोगों ने किया प्रदर्शन
पुलिस ने यह भी बताया कि एक स्थानीय ग्रुप के द्वारा सोमवार को रियासी शहर में बंद बुलाया गया था, जिसकी वजह से शहर के आसपास के इलाके में दुकाने बंद रही हैं. इस ग्रुप के सदस्यों ने जनाना पार्क से थापा चौक तक मार्च निकाला. लोगों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की.
इलाके में तैनात किया भारी सुरक्षा बल
वहीं, अधिकारियों ने कहा कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.
रियासी के उपायुक्त विशेष पॉल महाजन ने विरोध स्थल का दौरा किया और प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की और आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, 'शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. यह सांप्रदायिक सद्भाव के अलावा विकासात्मक गतिविधियों में बाधा डालने और तोड़फोड़ करने का एक प्रयास है.'